Year Ender 2025: नई दिल्ली। साल 2025 भारत के लिए व्यापारिक कूटनीति का महत्वपूर्ण वर्ष रहा। इस साल भारत ने तीन प्रमुख देशों के साथ मुक्त व्यापार समझौते (FTA या CEPA) पर हस्ताक्षर किए या अंतिम रूप दिया, जो वैश्विक व्यापार में भारत की स्थिति को मजबूत करने वाले हैं। ये समझौते मुख्य रूप से टैरिफ कटौती, बाजार पहुंच और निवेश को बढ़ावा देने पर केंद्रित हैं।
Year Ender 2025: हालांकि, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की “रेसिप्रोकल टैरिफ” नीति के तहत भारत पर भारी टैरिफ लगाए गए, जिससे द्विपक्षीय व्यापार में तनाव बढ़ा। हालांकि, भारत ने विविधीकरण और नए FTA के जरिए इसका मुकाबला किया, और कुल निर्यात में मजबूती दिखाई।
2025 में साइन किए गए प्रमुख FTA:
1.यूनाइटेड किंगडम (UK):
समझौते का नाम: Comprehensive Economic and Trade Agreement (CETA)।
कब साइन हुआ: जुलाई 2025
क्या होगा असर: भारत के 99% निर्यात पर शुल्क-मुक्त पहुंच। द्विपक्षीय व्यापार में £25.5 बिलियन की वृद्धि की उम्मीद। कपड़ा, चमड़ा, रत्न-आभूषण, इंजीनियरिंग और ऑटो कंपोनेंट्स जैसे क्षेत्रों को बड़ा लाभ।
2.ओमान:
समझौते का नाम: Comprehensive Economic Partnership Agreement (CEPA)।
कब साइन हुआ: 18 दिसंबर 2025 (पीएम मोदी की यात्रा के दौरान)।
क्या होगा असर: भारत के 98%+ निर्यात पर ओमान में शुल्क-मुक्त पहुंच (99% मूल्य के हिसाब से)। मध्य पूर्व में भारत का दूसरा CEPA (UAE के बाद)। टेक्सटाइल, जेम्स एंड ज्वेलरी, फार्मा और इंजीनियरिंग गुड्स को बढ़ावा मिलेगा।
3.न्यूजीलैंड:
समझौते का नाम: Free Trade Agreement (FTA)।
कब साइन हुआ: दिसंबर 2025 में वार्ता संपन्न (concluded), औपचारिक हस्ताक्षर 2026 की पहली तिमाही में होने की उम्मीद।
क्या होगा असर: न्यूजीलैंड के 95% निर्यात पर टैरिफ कटौती। भारत के सभी निर्यात पर जीरो ड्यूटी। व्यापार को $2.4 बिलियन से $5 बिलियन तक बढ़ाने का लक्ष्य। पारंपरिक चिकित्सा (AYUSH) पर विशेष प्रावधान।
Year Ender 2025: इन देशों के साथ पहले ही साइन हो चुका है EFTA
EFTA (स्विट्जरलैंड, नॉर्वे, आइसलैंड, लिक्टेनस्टीन): 2024 में साइन किया गया TEPA अक्टूबर 2025 में लागू हुआ। $100 बिलियन निवेश और 1 मिलियन नौकरियों का वादा।
प्रमुख द्विपक्षीय FTA/CEPA:
1.श्रीलंका (India-Sri Lanka FTA, 2000) – सबसे पुराना।
2.जापान (CEPA, 2011)।
3.दक्षिण कोरिया (CEPA, 2010)।
4.मलेशिया (CECA, 2011)।
5.सिंगापुर (CECA, 2005)।
6.मॉरीशस (CECPA, 2021)।
7.संयुक्त अरब अमीरात (UAE) (CEPA, 2022)।
8.ऑस्ट्रेलिया (ECTA, 2022)।
ASEAN देशों के साथ समझौता
1.ASEAN (10 देश: इंडोनेशिया, मलेशिया, फिलीपींस, सिंगापुर, थाईलैंड, ब्रुनेई, वियतनाम, लाओस, म्यांमार, कंबोडिया) – FTA, 2010।
2.SAFTA (दक्षिण एशिया: पाकिस्तान, नेपाल, श्रीलंका, बांग्लादेश, भूटान, मालदीव, अफगानिस्तान)।
3.EFTA (स्विट्जरलैंड, नॉर्वे, आइसलैंड, लिक्टेनस्टीन) – TEPA, 2024 साइन, अक्टूबर 2025 में लागू।
4.भूटान, नेपाल (विशेष व्यापार संधि)।
5.थाईलैंड (प्रारंभिक समझौता)।
Year Ender 2025: व्यापारिक कूटनीति का असर
ये समझौते अमेरिकी टैरिफ चुनौतियों के बीच भारत की व्यापार विविधीकरण रणनीति का हिस्सा हैं। कुल मिलाकर, 2025 में भारत ने वैश्विक व्यापार में अपनी पहुंच को काफी मजबूत किया, जिससे निर्यात, निवेश और रोजगार में वृद्धि की उम्मीद है।
