रायपुर। NAAC रेटिंग मामले का CBI ने किया पर्दाफाश : राज्य समेत देश के अलग-अलग प्रदेशों की की प्राइवेट यूनिवर्सिटीज से NAAC रेटिंग दिलाने के नाम पर घूस लेने के मामले का CBI ने पर्दाफाश किया है।
पुलिस ने इस मामले में JNU दिल्ली के प्रोफेसर समेत 10 से अधिक लोगों को अरेस्ट किया है। घूस लेने वालों के इस गिरोह में छत्तीसगढ़ के साथ-साथ कई राज्यों के लोग शामिल हैं ।
NAAC रेटिंग मामले का CBI ने किया पर्दाफाश : क्या है पूरा मामला
सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के अनुसार केंद्रीय जांच एजेंसी सीबीआई को सूचना मिली थी कि NAAC रेटिंग के नाम पर कुछ लोग देश के अलग-अलग राज्यों के निजी विश्वविद्यालयों से अवैध वसूली कर रहे हैं । इसके बाद सीबीआई की टीम ने बिलासपुर, ओडिशा, चेन्नई, बैंगलौर समेत कई राज्यों में दबिश दी। इस दौरान पुलिस ने 10 से अधिक लोगों को अरेस्ट किया है। सीबीआई ने इन लोगों के कब्जे से 37 लाख रुपये नगदी समेत सोना, मोबाइल फोन और लैपटॉप बरामद किया है।
क्या है NAAC रेटिंग जानें
नेशनल असेस्मेंट एंड एकेरडिटेशन काउंसिल (NAAC) एक ऑटोनॉमस बॉडी है, जो हायर एजुकेशन इंस्टीट्यूशन्स को तय मापदंडों के आधार पर उनके प्रदर्शन का आकलन करने के बाद मान्यता प्रदान करती है। इस काउंसिल की स्थापना 1994 में विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने की थी। भारत में उच्च शिक्षा चलाने के लिए NAAC मान्यता निहायत जरूरी है। विशेष रूप से, स्टेट यूनिवर्सिटीज को एनएएसी से मान्यता प्राप्त नहीं होने की स्थिति में यूजीसी से अनुदान और वित्तीय सहायता नहीं मिलती है।
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