नई दिल्ली : राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के बारे में सोनिया गांधी की टिप्पणी पर राष्ट्रपति भवन ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। राष्ट्रपति भवन ने कांग्रेस के बयान को न केवल गलत बताया, बल्कि इसे राष्ट्रपति पद की गरिमा को ठेस पहुंचाने वाला भी कहा। इस पर कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी ने अपनी मां सोनिया गांधी के बयान का बचाव करते हुए कहा कि उनका इरादा राष्ट्रपति का अपमान करने का नहीं था।
कांग्रेस की सांसद सोनिया गांधी ने बजट सत्र के दौरान राष्ट्रपति के भाषण के बाद टिप्पणी की थी, जिसमें उन्होंने कहा था कि “Poor lady was tired at the end,” जबकि राहुल गांधी ने इसे “उबाऊ” कहा था। राष्ट्रपति भवन ने इन बयानों पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि राष्ट्रपति मुर्मू किसी भी पल थकी नहीं थीं और उन्होंने पूरे आत्मविश्वास और ऊर्जा के साथ संसद को संबोधित किया। विशेष रूप से जब उन्होंने हाशिए पर खड़े समुदायों, महिलाओं और किसानों के अधिकारों की बात की, तब उनका संकल्प और भी मजबूत था। राष्ट्रपति भवन ने यह भी कहा कि इन वर्गों की आवाज उठाना कभी भी थकावट का कारण नहीं हो सकता, बल्कि यह उनके कर्तव्य का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।
इसके अलावा, राष्ट्रपति भवन ने कांग्रेस नेताओं की हिंदी भाषा की समझ पर सवाल उठाया और कहा कि संभवतः वे हिंदी भाषा की लोकोक्तियों और मुहावरों से परिचित नहीं हैं, जिसके कारण उन्होंने राष्ट्रपति के भाषण की गलत व्याख्या की। बयान में यह भी कहा गया कि ऐसे भ्रामक और दुर्भावनापूर्ण बयानों से बचा जाना चाहिए, जो न केवल अनावश्यक विवाद पैदा करते हैं, बल्कि देश के सर्वोच्च संवैधानिक पद की गरिमा को भी नुकसान पहुंचाते हैं।
प्रियंका गांधी ने अपनी मां सोनिया गांधी के बयान का बचाव करते हुए कहा, “मेरी मां 78 साल की हैं, उन्होंने बस इतना कहा कि राष्ट्रपति जी इतना लंबा भाषण देकर थक गई होंगी।” प्रियंका ने यह भी आरोप लगाया कि मीडिया ने उनके बयान को गलत तरीके से पेश किया है। उन्होंने कहा कि सोनिया गांधी राष्ट्रपति का बहुत सम्मान करती हैं और उनका कोई अपमान करने का इरादा नहीं था।
