गोरखपुर : Gorakhpur News : गोरखपुर के नौसढ़ इलाके में खाद्य सुरक्षा और औषधि प्रशासन (FSDA) की टीम ने चाय की पत्ती में खतरनाक केमिकल मिलाने के गोरखधंधे का भंडाफोड़ किया है। छापेमारी के दौरान 180 क्विंटल चाय की पत्ती और 700 किलो केमिकल बरामद किया गया। इस मिलावट का उद्देश्य चाय की पत्तियों को अधिक चमकदार बनाना और उनकी गुणवत्ता को धोखा देकर बाजार में बेचना था।
Gorakhpur News : कैसे हुआ खुलासा?
खाद्य सुरक्षा विभाग को गुप्त सूचना मिली थी कि नौसढ़ के एक गोदाम में चाय की पत्तियों में चमड़े को पॉलिश करने वाले केमिकल मिलाकर उसे बाजार में बेचा जा रहा है। टीम ने तत्काल कार्रवाई करते हुए गोदाम पर छापा मारा और भारी मात्रा में चाय और केमिकल जब्त किया।
जांच में क्या पाया गया?
- चाय की पत्ती: छापे के दौरान 180 क्विंटल चाय की पत्ती बरामद की गई।
- केमिकल: 700 किलो चमकदार केमिकल, जिसका उपयोग चमड़े को पॉलिश करने में होता है, चाय में मिलाया जा रहा था।
- बाजार मूल्य: जब्त सामग्री की कीमत करीब 23.40 लाख रुपये आंकी गई है।
- सैंपल जांच: बरामद चाय और केमिकल के सैंपल जांच के लिए लैब में भेजे गए हैं।
मिलावट का असर
चमड़े को पॉलिश करने वाले केमिकल का उपयोग मानव स्वास्थ्य के लिए घातक है। इसका सेवन पेट, किडनी और लिवर को गंभीर नुकसान पहुंचा सकता है। लंबे समय तक इसका सेवन जानलेवा साबित हो सकता है।
खुली चाय की पत्ती की जांच तेज
FSDA ने खुली चाय की पत्ती बेचने वाले विक्रेताओं पर कड़ी निगरानी का फैसला किया है।
- सभी खुले खाद्य उत्पादों की जांच की जाएगी।
- नियमित छापेमारी के जरिए ऐसे मामलों को रोकने के प्रयास किए जाएंगे।
कानूनी कार्रवाई
गोदाम के मालिक और इस गोरखधंधे में शामिल अन्य लोगों की तलाश शुरू कर दी गई है।
- दोषियों के खिलाफ खाद्य सुरक्षा अधिनियम 2006 के तहत कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
- आरोपियों पर जेल और भारी जुर्माने का प्रावधान लागू हो सकता है।
जनता को सलाह
- ब्रांडेड उत्पाद खरीदें: उपभोक्ताओं को केवल सीलबंद और ब्रांडेड चाय की पत्तियां खरीदने की सलाह दी जाती है।
- सतर्क रहें: यदि किसी को चाय या अन्य खाद्य उत्पाद में मिलावट की जानकारी हो, तो तुरंत खाद्य सुरक्षा विभाग को सूचित करें।
- स्वास्थ्य का ख्याल रखें: अनजान स्रोतों से खरीदी गई चाय या अन्य खाद्य पदार्थों से परहेज करें।
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