Prayagraj : मौनी अमावस्या और वसंत पंचमी के पवित्र पर्व पर प्रयागराज में होने वाले महाकुंभ के कारण भारतीय रेलवे ने एक बड़ा निर्णय लिया है। रेलवे ने महाकुंभ मेले के लिए 58 नियमित ट्रेनों को रद्द कर विशेष ट्रेनों का संचालन सुनिश्चित करने के लिए ट्रैक खाली कर दिए हैं। इस निर्णय से यात्रियों को असुविधा हो सकती है, लेकिन विशेष ट्रेनों के जरिए उनकी यात्रा को सुगम बनाने का प्रयास किया जा रहा है।
महाकुंभ स्नान पर्व और रेलवे की तैयारी
प्रयागराज में महाकुंभ के मौनी अमावस्या और वसंत पंचमी स्नान पर्व के लिए लाखों श्रद्धालु पहुंचते हैं। यह दोनों पर्व कुंभ के सबसे बड़े आयोजन हैं, और इन दिनों में प्रयागराज में भक्तों की भारी भीड़ उमड़ती है।
- रेलवे ने 150 महाकुंभ स्पेशल ट्रेनें चलाने का निर्णय लिया है।
- लंबी दूरी की ट्रेनों को निरस्त कर, विशेष ट्रेनों के संचालन के लिए ट्रैक खाली किए जा रहे हैं।
- ये स्पेशल ट्रेनें मुख्य रूप से प्रयागराज जंक्शन से संचालित होंगी।
प्रभावित रूट और ट्रेनें
रेलवे की सूची के अनुसार, दिल्ली-हावड़ा रूट की अधिकतर ट्रेनें रद्द की गई हैं।
- प्रमुख रद्द ट्रेनें:
- दिल्ली से कोलकाता और हावड़ा के बीच चलने वाली ट्रेनें।
- उत्तर भारत से पूर्वी भारत को जोड़ने वाली लंबी दूरी की ट्रेनें।
- प्रयागराज जंक्शन से होकर गुजरने वाली ट्रेनें।
- रद्द ट्रेनों की संख्या:
अब तक कुल 58 ट्रेनें रद्द की गई हैं, जिसमें बुधवार को जारी सूची में 29 नई ट्रेनों को जोड़ा गया है।
यात्रियों को होने वाली समस्याएं
रेलवे के इस कदम से उन यात्रियों को परेशानी हो सकती है, जिन्होंने पहले से इन ट्रेनों में सीट आरक्षित कराई थी।
- प्रमुख चुनौतियां:
- वैकल्पिक ट्रेनें उपलब्ध न होने से यात्रा में कठिनाई।
- रद्द हुई ट्रेनों के टिकट धारकों को नई व्यवस्था की आवश्यकता।
- राहत के प्रयास:
- रेलवे अधिकतम संख्या में विशेष ट्रेनें चला रहा है।
- यात्रियों को प्रयागराज पहुंचने और लौटने के लिए वैकल्पिक साधन उपलब्ध कराए जा रहे हैं।
महाकुंभ स्पेशल ट्रेनों का संचालन
150 विशेष ट्रेनें महाकुंभ स्नान पर्व के लिए चलाई जाएंगी।
- विशेष ट्रेनों की विशेषताएं:
- इन ट्रेनों का संचालन सिर्फ महाकुंभ मेले के लिए किया जाएगा।
- अधिक यात्रियों को समायोजित करने के लिए अतिरिक्त कोच लगाए जाएंगे।
- ट्रेनें प्रयागराज के विभिन्न प्रमुख रूट्स से जुड़ी होंगी।
- महत्वपूर्ण रूट्स:
- प्रयागराज से दिल्ली, वाराणसी, कानपुर, लखनऊ, हावड़ा, पटना और अन्य प्रमुख शहरों के लिए।
दिल्ली-हावड़ा रूट पर प्रभाव
दिल्ली-हावड़ा रूट भारतीय रेलवे का सबसे व्यस्त रूट है।
- इस रूट पर चलने वाली अधिकांश ट्रेनें महाकुंभ मेले के लिए रद्द की गई हैं।
- अभी और भी ट्रेनों के रद्द होने की संभावना है, क्योंकि रेलवे विशेष ट्रेनों के लिए ट्रैक खाली कर रहा है।
रेलवे के कदम और यात्रियों के लिए सुझाव
रेलवे ने यात्रियों से सहयोग की अपील की है।
- रेलवे की तैयारी:
- यात्रियों को अग्रिम जानकारी देने के लिए रेलवे की वेबसाइट और सूचना केंद्रों पर अपडेट उपलब्ध है।
- टिकट रद्द करने और विशेष ट्रेनों की बुकिंग के लिए अतिरिक्त काउंटर स्थापित किए गए हैं।
- यात्रियों के लिए सुझाव:
- यात्रा से पहले अपनी ट्रेन की स्थिति की जांच करें।
- विशेष ट्रेनों के लिए आरक्षण समय पर कराएं।
- भीड़ से बचने के लिए ऑनलाइन टिकटिंग विकल्प का उपयोग करें।
मौनी अमावस्या और वसंत पंचमी जैसे पवित्र पर्व पर प्रयागराज में आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या को ध्यान में रखते हुए रेलवे ने विशेष प्रबंध किए हैं। हालांकि 58 ट्रेनों का रद्द होना यात्रियों के लिए चुनौतीपूर्ण हो सकता है, लेकिन 150 महाकुंभ स्पेशल ट्रेनें इस असुविधा को कम करने में मदद करेंगी। रेलवे की यह पहल महाकुंभ मेले को सुचारू और सफल बनाने के लिए एक सकारात्मक कदम है।
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