रायपुर: Elections Vs Board Exams : छत्तीसगढ़ में यदि फरवरी में निकाय चुनाव होते हैं, तो इसका सीधा असर बोर्ड परीक्षा की तैयारी पर पड़ेगा। चुनावी ड्यूटी में दो लाख शिक्षक लगाए जाएंगे, जिनकी ट्रेनिंग दो से तीन दिन चलेगी। इसके चलते कई स्कूलों में पढ़ाई पर भी असर हो सकता है।
Elections Vs Board Exams : आचार संहिता और परीक्षा की तारीखें
19 जनवरी को प्रदेश में आचार संहिता लागू करने की तैयारी की जा रही है। यह स्थिति चुनावी माहौल को देखते हुए बहुत महत्वपूर्ण होगी। वहीं, उसी दिन से प्री-बोर्ड परीक्षा भी शुरू हो रही है। यह परीक्षा छात्रों के लिए महत्वपूर्ण होती है, और शिक्षक चुनावी ड्यूटी में व्यस्त होंगे।
शिक्षकों की चुनावी ड्यूटी
सभी शिक्षक जिनके नाम चुनाव ड्यूटी के लिए सूचीबद्ध हैं, उन्हें दो से तीन दिन की ट्रेनिंग दी जाएगी। इन दिनों में चुनाव संबंधित कार्यों के लिए उन्हें आवश्यक प्रशिक्षण दिया जाएगा।
चुनावी ड्यूटी में व्यस्त रहने के कारण कई शिक्षकों के लिए बोर्ड परीक्षा की तैयारी में भाग लेना मुश्किल हो सकता है।
Elections Vs Board Exams
परीक्षाओं पर प्रभाव
निकाय चुनावों और आचार संहिता के चलते, स्कूलों में पढ़ाई का कार्यक्रम प्रभावित हो सकता है। शिक्षक चुनावी कार्यों में व्यस्त होने के कारण छात्रों को बोर्ड परीक्षा की
तैयारी में मदद नहीं कर पाएंगे। इस स्थिति में शिक्षा विभाग को अतिरिक्त कदम उठाने की आवश्यकता होगी ताकि छात्रों की पढ़ाई में कोई रुकावट न हो।
चुनाव और परीक्षा का संतुलन
बोर्ड परीक्षा और चुनावी ड्यूटी के बीच संतुलन बनाना प्रशासन के लिए चुनौतीपूर्ण होगा। छात्रों और शिक्षकों दोनों को इस समय विशेष ध्यान और सहानुभूति की आवश्यकता होगी, ताकि परीक्षा के दौरान कोई व्यवधान न हो।
विशेष:
यह स्थिति प्रदेश में शिक्षा और चुनावी कार्यों के संतुलन के लिए चुनौतीपूर्ण हो सकती है, लेकिन उम्मीद की जा रही है कि शिक्षा विभाग इस मुद्दे को जल्द ही सुलझा लेगा।
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