रायपुर। छत्तीसगढ़िया छान गए 45 करोड़ की शराब : सबसे घनी आबादी के मामले में 18 वां राज्य मगर शराब की खपत में 6 वां बना छत्तीसगढ़। नए साल के जश्न में यहां के लोगों ने 45 करोड़ की शराब पी डाली। राजधानी रायपुर में ही 10 करोड़ की शराब छलकी। 2 लाख किलोग्राम नॉनवेज एक दिन में चबा गए।
छत्तीसगढ़िया छान गए 45 करोड़ की शराब : जानें क्या कहते हैं आंकड़े
वैसे तो बड़े राज्यों में तो शराब की कुल खपत का आंकड़ा 100 करोड़ से ज्यादा है, तो वहीं छोटे राज्यों में उत्तराखंड व झारखंड से छत्तीसगढ़ आगे रहा। आठ राज्यों के आंकड़े देखने पर पता चलता है कि छत्तीसगढ़ 6 वें नंबर पर था । यहां एक दिन के जश्न में दारू के शौकीनों ने 45 करोड़ का जाम छलकाया।
आबादी के हिसाब से दारू की खपत ज्यादा
कहने को तो छत्तीसगढ़ छठवें नंबर पर जरूर है, मगर आबादी के हिसाब से राज्य में शराब की खपत ज्यादा है। वैसे तो शराब की सबसे ज्यादा खपत शहरी क्षेत्र में हुई है। ग्रामीण तथा कस्बाई क्षेत्रों में शराब काम पी जाती है। ग्रामीण तथा शहरी क्षेत्रों में अंग्रेजी से ज्यादा देसी शराब को पसंद कियाजाता । आंकड़े तो यहां तक बताते हैं, कि देश के टॉप 8 राज्यों में छत्तीसगढ़ छठवें नंबर पर था । नए साल में शराब बिक्री के मामले में उत्तर प्रदेश, दिल्ली, कर्नाटक जैसे प्रदेश टॉप थ्री में रहे। इन तीनों प्रदेशों में शराब बिक्री का आंकड़ा तीन सौ करोड़ से छह सौ करोड़ रुपए तक रहा । शराब पीने के मामले में केरल छत्तीसगढ़ से आगे रहा है। केरल के लोग नए साल के अवसर पर पियक्कड़ 108 करोड़ रुपए की शराब गटक गए।
शराब बिक्री के मामले में रायपुर के अलावा दो अन्य जिले टॉप पर रहे। रायपुर जिले में 31 दिसंबर को 10 करोड़ रुपए से ज्यादा की शराब बिकी है। रायपुर के बाद बिलासपुर और दुर्ग जिले का नाम सामने आता है। यहां शराब से एक दिन में जितनी कमाई हुई है, उसका आधा हिस्सा रायपुर, दुर्ग तथा बिलासपुर जिले का है। यही तीन जिले ही सबसे आगे हैं ।
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