देशभर में नए साल 2025 का स्वागत धूमधाम और उत्साह के साथ किया गया। वाराणसी के पवित्र घाटों पर गंगा आरती के दौरान भक्तों का अद्भुत नजारा देखने को मिला। लाखों श्रद्धालु नए साल के आगमन पर आध्यात्मिक शांति और सुख-समृद्धि की कामना करते हुए गंगा आरती में शामिल हुए।
धार्मिक स्थलों पर उमड़ा भक्तों का सैलाब
इस साल भारत में धार्मिक पर्यटन स्थलों पर नए साल का जश्न मनाने की प्रवृत्ति बढ़ी है। वाराणसी के अलावा काशी विश्वनाथ मंदिर, अयोध्या के राम मंदिर, कान्हा की नगरी वृंदावन, उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर और मां वैष्णो देवी के दरबार में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ देखने को मिली। भक्तों ने पूजा-अर्चना कर अपने जीवन में सुख-शांति और सफलता की प्रार्थना की।
वाराणसी में गंगा आरती का भव्य आयोजन
वाराणसी में गंगा आरती का आयोजन हमेशा ही अद्वितीय होता है, लेकिन नए साल के मौके पर इसकी भव्यता और बढ़ गई। श्रद्धालु सुबह से ही घाटों पर जुटने लगे और आरती के दौरान मंत्रोच्चार और दीपों की रोशनी ने घाटों को स्वर्ग सा बना दिया। गंगा किनारे इस आध्यात्मिक माहौल में सभी ने अपने नए साल की शुरुआत सकारात्मक ऊर्जा के साथ की।
नए साल पर धार्मिक पर्यटन का महत्व
नए साल पर धार्मिक स्थलों की यात्रा करना न केवल आध्यात्मिक शांति प्रदान करता है, बल्कि जीवन में नई ऊर्जा और उम्मीदों का संचार भी करता है। लोग इन स्थानों पर अपने परिवार और दोस्तों के साथ पहुंचे और नए साल के स्वागत को एक यादगार अनुभव में बदल दिया।
देश और दुनिया में उत्सव का माहौल
भारत के साथ-साथ दुनियाभर में नए साल का जश्न धूमधाम से मनाया गया। जहां एक ओर वाराणसी में गंगा आरती का मनमोहक दृश्य था, वहीं दूसरी ओर अन्य शहरों में आतिशबाजी, सांस्कृतिक कार्यक्रमों और उत्सवों का आयोजन हुआ।
नए साल का संदेश
नए साल के इस खास मौके पर लोगों ने एक-दूसरे को शुभकामनाएं दीं और बेहतर भविष्य की कामना की। यह दिन उत्साह, उमंग और नई उम्मीदों के साथ जीवन में आगे बढ़ने का संदेश देता है।
आप सभी को नववर्ष 2025 की हार्दिक शुभकामनाएं। यह साल आपके जीवन में खुशहाली, शांति और सफलता लेकर आए।
Discover more from ASIAN NEWS BHARAT
Subscribe to get the latest posts sent to your email.