76th Republic Day : भारत के 76वें गणतंत्र दिवस समारोह में इंडोनेशियाई राष्ट्रपति प्रबोवो सुबियांतो मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होंगे। गुरुवार रात को वह अपनी पहली राजकीय यात्रा पर भारत पहुंचे। इस ऐतिहासिक यात्रा में दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करने और विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने पर चर्चा की जाएगी।
गणतंत्र दिवस में इंडोनेशिया की भागीदारी
राष्ट्रपति सुबियांतो भारत के गणतंत्र दिवस समारोह में शामिल होने वाले चौथे इंडोनेशियाई राष्ट्रपति हैं। इससे पहले 1950 में इंडोनेशिया के पहले राष्ट्रपति सुकर्णो भारत के पहले गणतंत्र दिवस समारोह के मुख्य अतिथि थे। इस वर्ष, इंडोनेशिया के 352 सदस्यीय मार्चिंग और बैंड दस्ते ने पहली बार भारत के कर्तव्य पथ पर गणतंत्र दिवस परेड में भाग लिया। यह पहली बार है जब इंडोनेशियाई मार्चिंग बैंड किसी अन्य देश के राष्ट्रीय दिवस परेड में हिस्सा ले रहा है।
76th Republic Day
भारत-इंडोनेशिया रिश्तों की मजबूती
भारत और इंडोनेशिया के बीच सांस्कृतिक और व्यापारिक संबंध हजारों साल पुराने हैं। दोनों देश समुद्री पड़ोसी हैं और ऐतिहासिक रूप से व्यापार और सांस्कृतिक आदान-प्रदान के माध्यम से जुड़े हुए हैं। इस यात्रा को दोनों देशों के बीच रिश्तों को और मजबूत करने का एक सुनहरा अवसर माना जा रहा है।
रणनीतिक साझेदारी को बढ़ावा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति प्रबोवो सुबियांतो के बीच पहले भी मुलाकातें हो चुकी हैं। 2018 में प्रधानमंत्री मोदी ने इंडोनेशिया का दौरा किया था, और हाल ही में नवंबर 2024 में दोनों नेताओं ने एक अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में मुलाकात की थी। इस यात्रा के दौरान कई महत्वपूर्ण समझौतों पर हस्ताक्षर होने की संभावना है, जो व्यापार, सुरक्षा, और सांस्कृतिक आदान-प्रदान को बढ़ावा देंगे।
इंडोनेशिया की ऐतिहासिक भागीदारी
इंडोनेशिया की भागीदारी इस गणतंत्र दिवस को खास बना रही है। राष्ट्रपति सुबियांतो के आगमन पर नई दिल्ली हवाई अड्डे पर उनका स्वागत विदेश राज्य मंत्री पबित्रा मार्गेरिटा ने किया। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने इस यात्रा को भारत-इंडोनेशिया संबंधों को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया।
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संभावित समझौते और सहयोग
इस यात्रा के दौरान रक्षा, व्यापार, शिक्षा, और सांस्कृतिक साझेदारी जैसे क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने की दिशा में समझौते किए जाने की संभावना है। यह कदम दोनों देशों के बीच साझेदारी को नई ऊंचाइयों पर ले जाएगा और वैश्विक मंच पर उनकी सामरिक भागीदारी को मजबूत करेगा।
राष्ट्रपति प्रबोवो सुबियांतो की यह यात्रा न केवल भारत और इंडोनेशिया के बीच मजबूत ऐतिहासिक और सांस्कृतिक संबंधों को उजागर करती है, बल्कि दोनों देशों के बीच भविष्य में अधिक सहयोग और प्रगति के द्वार भी खोलती है। गणतंत्र दिवस समारोह में उनकी भागीदारी इस विशेष अवसर को और यादगार बना रही है।
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