150 Years of the National Song Vande Mataram
150 Years of the National Song Vande Mataram: भोपाल। 7 नवंबर 2025 का दिन मध्यप्रदेश के लिए ऐतिहासिक और देशभक्ति से ओतप्रोत रहा। पूरे प्रदेश में राष्ट्रीय गीत ‘वंदे मातरम’ की गूँज सुनाई दी और लोग इस गीत को आत्मसात करते दिखाई दिए। यह अवसर था ‘वंदे मातरम’ के 150वें स्मरणोत्सव का। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने भोपाल के शौर्य स्मारक में भारत माता के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर और दीप प्रज्ज्वलित कर इस उत्सव का शुभारंभ किया।
150 Years of the National Song Vande Mataram: मुख्यमंत्री ने कहा कि बंकिमचंद्र चटर्जी द्वारा रचित यह गीत आजादी का मूल मंत्र बन गया था। उन्होंने राष्ट्रीय गीत के ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व को बताते हुए कहा कि ‘वंदे मातरम’ केवल एक गीत नहीं, बल्कि देशवासियों के लिए संकल्प और प्रेरणा का स्रोत है। उन्होंने बताया कि यह स्मरणोत्सव साल भर चार चरणों में आयोजित किया जाएगा और इस दौरान राष्ट्रीय त्योहारों और अवसरों पर ‘वंदे मातरम’ से जुड़े विशेष आयोजन होंगे।
150 Years of the National Song Vande Mataram: सीएम डॉ. यादव ने यह भी कहा कि ‘वंदे मातरम’ ने आजादी के संघर्ष में लोगों की आत्मा को आंदोलन के लिए प्रेरित किया। उन्होंने जनता को संकल्प दिलाया कि वे अपने दैनिक जीवन में अधिकतम भारतीय उत्पादों का उपयोग करेंगे, देशी विकल्प अपनाएंगे, स्थानीय उद्योगों और कारीगरों का समर्थन करेंगे, युवाओं और बच्चों को स्वदेशी अपनाने के लिए प्रेरित करेंगे और पर्यावरण के प्रति सजग रहेंगे।
150 Years of the National Song Vande Mataram: कार्यक्रम में प्रमुख सचिव संस्कृति अशोक वर्णबाल ने बताया कि यह गीत क्रांति और प्रेरणा का प्रतीक बनकर उभरा था। यह गीत 1875 में बंगला और संस्कृत भाषा के मिश्रण में रचा गया और देश की आजादी के आंदोलन में क्रांतिकारियों के लिए क्रांति गीत बन गया।
150 Years of the National Song Vande Mataram: इसी अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली के इंदिरा गांधी इंडोर स्टेडियम में ‘वंदे मातरम’ के ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व पर आधारित विशेष प्रदर्शनी का अवलोकन किया। उन्होंने राष्ट्रीय गीत की रचना के 150वें स्मरणोत्सव पर डाक टिकट और सिक्का जारी किया। पीएम मोदी ने कहा कि ‘वंदे मातरम’ केवल शब्द नहीं, बल्कि एक ऊर्जा, संकल्प और स्वप्न है। यह हमें इतिहास की ओर ले जाता है और भविष्य को नया हौसला देता है।
150 Years of the National Song Vande Mataram: इस प्रकार, ‘वंदे मातरम’ के 150 वर्षों का स्मरणोत्सव न केवल देशभक्ति की भावना को जागृत करने वाला अवसर बना, बल्कि समाज में स्वदेशी और राष्ट्रीय चेतना को भी मजबूत करने वाला महत्त्वपूर्ण आयोजन साबित हुआ।
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