
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को महाकुंभ की तैयारियों का जायजा लिया। सीएम का हेलीकॉप्टर दोपहर करीब डेढ़ बजे सिविल लाइंस के मैदान में उतरा। उन्होंने पुलिसकर्मियों को संबोधित किया। इसके बाद परेड मैदान में साधु-ंसंतों के साथ बैठक कर उनकी समस्याओं के समाधान पर चर्चा की।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को महाकुंभ की तैयारियां दिखाने से पहले शनिवार को इंतजाम परखने आए सीएम योगी आदित्यनाथ ने संतों से मिले फीडबैक के बाद तैयारियों की कमान खुद थाम ली है। सीएम ने कहा, विश्वस्तरीय आयोजन में कोई शिथिलता या कोताही क्षम्य नहीं होगी। अब हर हफ्ते वह खुद तैयारियां देखने आएंगे। उन्होंने कहा कि संतों से ही महाकुंभ की दिव्यता-भव्यता है। सरकार और प्रशासन तो इस आयोजन के सहयोगी भर हैं। संतों की सेवा में सरकार कोई कसर नहीं छोड़ेगी।
वाराणसी से दोपहर डेढ़ बजे पुलिस लाइन पहुंचे मुख्यमंत्री छह घंटे तक महाकुंभ और प्रधानमंत्री के आगमन की तैयारियां परखते रहे। वह शाम 4:32 बजे महाकुंभ के कैंप कार्यालय पहुंचे। यहां 13 अखाड़ों के दो-दो प्रतिनिधियों, आचार्यबाड़ा, दंडीबाड़ा, खाक चौक के संतों और तीर्थपुरोहितों से मेले की भूमि-सुविधाओं से जुड़ी समस्याओं की जानकारी ली।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि महाकुंभ की दिव्यता और भव्यता पूज्य संतों से ही है, सरकार और प्रशासन तो बस आयोजन के सहयोगी हैं। उन्होंने कहा कि वैश्विक पटल पर यदि सनातन संस्कृति गौरवान्वित हो रही है तो यह संतों की कृपा से ही संभव हो रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि महाकुंभ की तैयारी में जो कुछ अच्छा है, वह पूर्वजों की कृपा और प्रधानमंत्री जी के मार्गदर्शन, संतों के आशीर्वाद से है। इसलिए इस बार भी संत मेला प्रशासन के अधिकारियों को अपना मार्गदर्शन प्रदान करते रहें।
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