
छत्तीसगढ़ के विधानसभा स्पीकर डॉ. रमन ने घोषणा की है कि आगामी शीतकालीन सत्र नए विधानसभा भवन में आयोजित किया जाएगा। इस खबर ने राजनीतिक हलकों में चर्चा को तेज कर दिया है।
पहले दिन सरकारी जमीन पर कब्जे का मुद्दा गर्माया
विधानसभा के पहले दिन सरकारी जमीन पर कब्जों का मामला जोरशोर से उठाया गया। विपक्ष ने इस मुद्दे पर सरकार को आड़े हाथों लिया और प्रशासनिक लापरवाही का आरोप लगाया। विपक्षी विधायकों ने कहा कि सरकारी जमीनों पर अवैध कब्जों की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं, लेकिन सरकार इस पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं कर रही है।
सरकार का पक्ष
वहीं, सरकार ने इन आरोपों का जवाब देते हुए कहा कि अवैध कब्जों को रोकने के लिए सख्त कदम उठाए जा रहे हैं। संबंधित विभागों को निर्देश दिए गए हैं कि इस मामले में त्वरित कार्रवाई करें और दोषियों के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएं।
नए विधानसभा भवन को लेकर उत्साह
डॉ. रमन ने नए विधानसभा भवन को प्रदेश के लिए एक ऐतिहासिक उपलब्धि बताते हुए कहा कि यह राज्य के विकास और लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं को और अधिक प्रभावी बनाने का प्रतीक है। उन्होंने उम्मीद जताई कि इस भवन में होने वाले सत्रों में जनता से जुड़े अहम मुद्दों पर सार्थक चर्चा होगी।
विपक्ष का तंज
हालांकि, विपक्ष ने इस ऐलान पर कटाक्ष करते हुए कहा कि भले ही नया भवन बन गया हो, लेकिन जब तक प्रशासनिक और कानूनी मामलों में गंभीरता नहीं लाई जाएगी, तब तक जनता के मुद्दों का समाधान नहीं हो सकेगा।
अगले सत्र के लिए तैयारियां जोरों पर
नए विधानसभा भवन में शीतकालीन सत्र की तैयारियां तेजी से की जा रही हैं। अधिकारियों का कहना है कि भवन पूरी तरह से आधुनिक सुविधाओं से लैस है और आने वाले सत्र में विधायकों को बेहतर माहौल में चर्चा करने का मौका मिलेगा।
इस ऐलान के बाद से न केवल राजनीतिक गलियारों में बल्कि आम जनता के बीच भी नए भवन और उठाए गए मुद्दों को लेकर चर्चाएं तेज हो गई हैं।
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