गुरु घासीदास: छत्तीसगढ़ के महान संत के सात वचन
सतनाम पर विश्वास – सत्य और भगवान के नाम में विश्वास रखना।
मूर्ति पूजा का निषेध – किसी भी प्रकार की मूर्ति पूजा को न मानना।
वर्ण व्यवस्था का विरोध – जातिवाद और वर्ण भेदभाव को नकारना।
हिंसा का विरोध – सभी प्रकार की हिंसा, चाहे वह मानसिक हो या शारीरिक, का विरोध करना।
व्यसन से मुक्ति
– शराब, मांसाहार, और अन्य नशीली चीजों से दूर रहना।
परस्त्रीगमन का निषेध
– परस्त्री को सम्मान देना और व्यभिचार से दूर रहना।
दोपहर में खेतों को न जोतना
– जीवन के सभी कार्यों को संतुलित तरीके से करना और तपस्विता का पालन करना।