
कई लोगों को सुबह उठते ही हाथ-पैरों में कमजोरी, झुनझुनी या सुन्न होने की समस्या का सामना करना पड़ता है, जो आमतौर पर हल्का और अस्थायी लगता है। लेकिन यह लक्षण कभी-कभी गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का संकेत भी हो सकते हैं। विशेषज्ञों के अनुसार, यह समस्या रक्त प्रवाह की कमी, तंत्रिका तंत्र में गड़बड़ी, या पोषक तत्वों की कमी के कारण हो सकती है।
विटामिन बी12, आयरन और मैग्नीशियम की कमी से भी नसों पर प्रभाव पड़ सकता है, जिससे हाथ-पैरों में सुन्नता या झुनझुनी हो सकती है। इसके अलावा, डायबिटिक न्यूरोपैथी, कार्पल टनल सिंड्रोम और सर्वाइकल स्पोंडिलोसिस जैसी बीमारियां भी इसके कारण हो सकती हैं। कभी-कभी यह स्थिति स्ट्रोक या मल्टीपल स्क्लेरोसिस जैसी गंभीर बीमारियों का भी संकेत हो सकती है।
विशेषज्ञों का कहना है कि अगर यह समस्या लगातार बनी रहती है या गंभीर रूप धारण करती है, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। रक्त परीक्षण, न्यूरोलॉजिकल जांच और सही उपचार से इस समस्या को ठीक किया जा सकता है। वहीं, सही आहार, शारीरिक गतिविधियां और सोने की सही मुद्रा अपनाकर भी इस समस्या से बचा जा सकता है।
स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि इस प्रकार की समस्याओं से बचने के लिए नियमित रूप से विटामिन और खनिजों से भरपूर आहार लेना चाहिए और तनाव से बचने के उपायों को अपनाना चाहिए