
Trump Administration
Trump Administration : न्यू ऑरलियंस। अमेरिका में इमिग्रेशन कानूनों को लेकर ट्रंप प्रशासन की सख्ती के बीच एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। डोना काशानियन, जो पिछले 47 वर्षों से अमेरिका में रह रही थीं, को न्यू ऑरलियंस स्थित उनके घर से हथकड़ी लगाकर गिरफ्तार कर लिया गया। यह कार्रवाई अमेरिकी इमिग्रेशन एंड कस्टम्स एनफोर्समेंट (ICE) द्वारा की गई, जो अब ईरानी नागरिकों के खिलाफ बड़े स्तर पर कार्रवाई कर रहा है।
Trump Administration : अमेरिकी नागरिक से की थी शादी
काशानियन वर्ष 1978 में छात्र वीजा पर अमेरिका आई थीं। इसके बाद उन्होंने एक अमेरिकी नागरिक से शादी की और उनकी एक बेटी भी है। परिवार के मुताबिक, उन्हें इमिग्रेशन अधिकारियों के सामने नियमित उपस्थिति की शर्त पर अमेरिका में रहने की अनुमति मिली थी, जिसे वह वर्षों से निभाती रहीं। कैटरीना तूफान जैसे संकटों के दौरान भी उन्होंने नियमों का पालन किया।
Trump Administration : घर के आंगन से उठाया गया
परिवार ने बताया कि घटना के दिन डोना अपने घर के आंगन में बागवानी कर रही थीं, तभी ICE अधिकारियों ने उन्हें अचानक गिरफ्तार कर लिया। वर्तमान में उन्हें बैसिल स्थित इमिग्रेशन डिटेंशन सेंटर में रखा गया है, जहां उनके परिवार के सदस्य उनसे संपर्क करने की कोशिश कर रहे हैं।
Trump Administration : ईरानी नागरिकों पर बढ़ रही सख्ती
अमेरिका और ईरान के बीच बढ़ते तनाव के बीच, ट्रंप प्रशासन द्वारा ईरानी नागरिकों के खिलाफ व्यापक इमिग्रेशन कार्रवाई की जा रही है। अब तक कम से कम 11 ईरानी नागरिकों को गिरफ्तार किया जा चुका है, जिसमें से 7 लोग लॉस एंजेलेस क्षेत्र से हिरासत में लिए गए हैं। अमेरिकी गृह विभाग ने हालांकि इन गिरफ्तारियों पर विस्तृत जानकारी नहीं दी है।
Trump Administration : पकड़ो और देश से बाहर निकालो
नेशनल ईरानियन अमेरिकन काउंसिल (NIAC) के नीति निदेशक रयान कॉस्टेलो ने इस कार्रवाई पर चिंता जताई है। उन्होंने कहा, “सतर्कता आवश्यक है, लेकिन जिस तरह से ICE ने कार्रवाई की है, वह ऐसा प्रतीत होता है जैसे आदेश जारी कर दिया गया हो कि किसी भी ईरानी नागरिक को बिना वैध आधार के भी गिरफ्तार कर लिया जाए। यह मानवाधिकारों का उल्लंघन है।”
Trump Administration : ट्रंप प्रशासन की नीतियों पर उठे सवाल
डोना काशानियन की गिरफ्तारी ने अमेरिका की इमिग्रेशन नीति पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। ट्रंप प्रशासन द्वारा ईरान पर मिसाइल हमलों और राष्ट्रीय सुरक्षा का हवाला देकर की जा रही इस तरह की कार्रवाइयों से ईरानी मूल के अमेरिकी नागरिकों में भय और असुरक्षा का माहौल पैदा हो गया है।