
Swachh Survekshan 2024-25
Swachh Survekshan 2024-25: रायपुर। स्वच्छता के क्षेत्र में एक और ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल करते हुए, छत्तीसगढ़ ने स्वच्छ सर्वेक्षण 2024-25 में राष्ट्रीय स्तर पर अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज की है। राजधानी दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित एक भव्य समारोह में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने राज्य के सात नगरीय निकायों को विभिन्न श्रेणियों में राष्ट्रीय पुरस्कारों से सम्मानित किया।

इन पुरस्कारों को उप मुख्यमंत्री अरुण साव, विजेता नगरीय निकायों के महापौर और अध्यक्षों ने संयुक्त रूप से ग्रहण किया। इस अवसर पर केंद्रीय आवास एवं शहरी कार्य मंत्री मनोहर लाल और राज्य मंत्री तोखन साहू भी उपस्थित रहे।
स्वच्छता सुपर लीग में अंबिकापुर, पाटन और विश्रामपुर टॉप पर
इस वर्ष पहली बार शुरू की गई “स्वच्छता सुपर लीग (SSL)” श्रेणी में छत्तीसगढ़ के तीन शहर अंबिकापुर, पाटन और विश्रामपुर शीर्ष स्थानों पर रहे।
- अंबिकापुर ने 50,000 से 3 लाख आबादी वर्ग में अपनी श्रेष्ठता साबित की।
- पाटन और विश्रामपुर ने 20,000 से कम आबादी वाले शहरों में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया।
यह रैंकिंग पिछले 3 वर्षों में प्रदर्शन और वर्तमान में टॉप 20% शहरों में शामिल होने के आधार पर तय की गई थी।
रायपुर को ‘प्रॉमिसिंग स्वच्छ शहर’ की मान्यता
राजधानी रायपुर को ‘Promising Swachh City’ की उपाधि मिली है, जो ठोस अपशिष्ट प्रबंधन, नवाचार, और जन भागीदारी जैसे क्षेत्रों में लगातार सुधार का प्रमाण है। रायपुर नगर निगम को यह ‘मिनिस्ट्रियल अवॉर्ड’ के रूप में प्राप्त हुआ, जिसे उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने मंच पर ग्रहण किया।
बिलासपुर, कुम्हारी और बिल्हा की उल्लेखनीय उपलब्धियां
- बिलासपुर ने 3 लाख से 10 लाख की आबादी वाले शहरों में देश का दूसरा सबसे स्वच्छ शहर बनने का गौरव प्राप्त किया।
- कुम्हारी नगर पालिका ने 20,000 से 50,000 की आबादी श्रेणी में तीसरा स्थान हासिल किया।
- वहीं बिल्हा नगर पंचायत ने 20,000 से कम की श्रेणी में देश का सबसे स्वच्छ शहर बनकर राज्य का नाम रोशन किया।
इन शहरों ने अपशिष्ट प्रबंधन, साफ-सफाई जागरूकता, और बुनियादी ढांचे में महत्वपूर्ण प्रगति की है।
मुख्यमंत्री ने दी बधाई, बताया गौरव का क्षण
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने इस उपलब्धि को राज्य के लिए गर्व का विषय बताते हुए कहा “यह हमारी सरकार की स्वच्छ भारत मिशन को तेज़ी से आगे बढ़ाने की प्रतिबद्धता का प्रमाण है। स्वच्छता दीदियों, नगर निगम कर्मचारियों और जागरूक नागरिकों के सामूहिक प्रयास से यह मुमकिन हो सका।”
स्वच्छ सर्वेक्षण 2024-25 की विशेषताएं
- 4,500+ शहरों का मूल्यांकन
- 10 व्यापक मापदंड, 54 प्रदर्शन संकेतक
- थीम: Reduce, Reuse, Recycle
- 14 करोड़ नागरिकों की भागीदारी
- 11 लाख से अधिक घरों का सर्वेक्षण
- सोशल मीडिया और फील्ड डेटा के माध्यम से मूल्यांकन
छत्तीसगढ़ के शहरों ने अपशिष्ट प्रसंस्करण, खुले में शौच मुक्त (ODF+) और नागरिक सहभागिता जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में राष्ट्रव्यापी नेतृत्व किया है।
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