
सूडान: सेना की एयरस्ट्राइक से 100 से ज्यादा लोगों की मौत, हालात और भी गंभीर
सूडान में आर्मी और पैरामिलिट्री रैपिड सपोर्ट फोर्सेस (RSF) के बीच पिछले साल 15 अप्रैल से शुरू हुई जंग अभी भी जारी है। इस संघर्ष ने देश को तबाही की कगार पर पहुंचा दिया है। लगातार हो रही हिंसा और हमलों के चलते हज़ारों लोगों की जान जा चुकी है, लाखों लोग बेघर हो गए हैं, और करोड़ों लोग खाने के गंभीर संकट का सामना कर रहे हैं।
उत्तरी दारफुर में मार्केट पर एयरस्ट्राइक
सोमवार को सूडान की सेना ने उत्तरी दारफुर राज्य के कबकाबिया जिले में एक मार्केट पर हवाई हमला किया।
- मृतकों की संख्या: इस एयरस्ट्राइक में 100 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई।
- घायल: 100 से अधिक लोग घायल हुए हैं, जिनमें से कई की हालत गंभीर है।
हमले के बाद मची भगदड़
एयरस्ट्राइक के बाद मार्केट में भगदड़ मच गई। घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां कुछ को प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई, लेकिन गंभीर रूप से घायल कई मरीज अभी भी इलाज करा रहे हैं।
हमले की वजह
- RSF का कब्जा: उत्तरी दारफुर की राजधानी अल-फशीर पर RSF का कब्जा है।
- सेना का उद्देश्य: सेना RSF को अल-फशीर से खदेड़ना चाहती है और इसी रणनीति के तहत उसने 180 किलोमीटर दूर कबकाबिया जिले के मार्केट पर एयरस्ट्राइक की।
सूडान में बिगड़ते हालात
- मानवता पर संकट:
- हजारों लोगों की मौत और विस्थापन ने देश को गहरे संकट में डाल दिया है।
- खाने की भारी किल्लत से करोड़ों लोग पीड़ित हैं।
- बढ़ते हमले:
- RSF और सेना के बीच संघर्ष की वजह से समय-समय पर हमले हो रहे हैं।
- हर नया हमला देश के हालात को और खराब कर रहा है।
अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया
इस भयावह घटना पर अभी तक अंतरराष्ट्रीय समुदाय की प्रतिक्रिया आनी बाकी है। लेकिन सूडान की यह स्थिति दुनिया भर में मानवीय सहायता की आवश्यकता पर ध्यान केंद्रित कर रही है।
सूडान में जारी संघर्ष ने आम लोगों की जिंदगी को तबाह कर दिया है। सेना और RSF के बीच सत्ता की यह लड़ाई न केवल हजारों लोगों की जान ले चुकी है, बल्कि देश को गंभीर मानवीय संकट में डाल दिया है। अब यह देखना होगा कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय इस स्थिति से निपटने के लिए क्या कदम उठाता है।