
Simratt Kaur Randhawa: मां के सपने को जी रही हूं, किस्मत ने मुझे एक्टिंग में ला खड़ा किया...
मुंबई : Simratt Kaur Randhawa: फिल्म ‘गदर 2’ से हिंदी सिनेमा में धमाकेदार एंट्री करने वाली अभिनेत्री सिमरत कौर इन दिनों अपनी नई फिल्म ‘वनवास’ को लेकर सुर्खियों में हैं। नाना पाटेकर और उत्कर्ष शर्मा के साथ नज़र आई उनकी यह फिल्म अब थिएटर के बाद ओटीटी प्लेटफॉर्म जी5 पर रिलीज हो चुकी है। अपनी फिल्म और करियर को लेकर उन्होंने खास बातचीत की। आइए, जानते हैं इस बातचीत के खास अंश:
Simratt Kaur Randhawa: ओटीटी रिलीज को लेकर कितना उत्साह
सिमरत कहती हैं, “मैं बेहद उत्साहित हूं। आज के समय में एक्टर होने के कई फायदे हैं, क्योंकि ओटीटी प्लेटफॉर्म की वजह से अब कोई भी दर्शक किसी भी समय फिल्म देख सकता है। कई बार लोग अलग-अलग कारणों से सिनेमाघरों में फिल्म देखने नहीं जा पाते, ऐसे में ओटीटी एक शानदार विकल्प है। मुझे खुशी है कि अब दर्शक ‘वनवास’ को घर बैठे देख सकेंगे।”
Simratt Kaur Randhawa: मां ने कितना सपोर्ट किया
सिमरत के मुताबिक, “मुझे लगता है कि मैं अपनी मां के सपने को जी रही हूं। मेरी मां एक स्पोर्ट्स प्लेयर रही हैं। वो मुझे बताती थीं कि स्कूल में वो मोनोलॉग और ड्रामा करती थीं। शायद उनकी यही कला मुझमें आई है। जब मुझे पहली बार फिल्म में काम करने का मौका मिला, तो मैंने मना कर दिया था, लेकिन मां बहुत खुश थीं। उन्होंने और पापा ने मुझे पूरा सपोर्ट किया। आज भी मेरी मां मेरे हर शूट और इंटरव्यू में मेरे साथ होती हैं।”
Simratt Kaur Randhawa: कंप्यूटर साइंस से एक्टिंग तक का सफर कैसा रहा
सिमरत बताती हैं, “मैंने अपने करियर की शुरुआत तेलुगू फिल्मों से की थी। जब मैंने तेलुगू सीखी, तो लगा कि कंप्यूटर साइंस आसान थी! सच कहूं, तो मैंने कभी नहीं सोचा था कि मैं फिल्मों में आऊंगी। हमारे घर में सभी स्पोर्ट्स से जुड़े थे। मां ने कहा कि अगर स्पोर्ट्स में नहीं जाना, तो कंप्यूटर साइंस में करियर बना लो। लेकिन किस्मत ने मुझे एक्टिंग में खींच लिया। दूसरी फिल्म करने के बाद एहसास हुआ कि यही मेरा रास्ता है।”
Simratt Kaur Randhawa: आलोचनाओं को कैसे लेती हैं
‘गदर 2’ की सफलता के बाद सिमरत को दर्शकों से भरपूर प्यार मिला, लेकिन सोशल मीडिया पर नेगेटिविटी को लेकर उनका नजरिया साफ है। वो कहती हैं, “शुरुआत में जब कोई नफरत भरा कमेंट करता था, तो मैं उससे पूछती थी, ‘आप ऐसा क्यों कह रहे हैं?’ तब वो कहते, ‘मैम, बस आपका रिप्लाई चाहिए था।’ आलोचना जरूरी है, लेकिन उसे व्यक्त करने का तरीका भी मायने रखता है।”
Simratt Kaur Randhawa: क्या आप रिस्क लेने में यकीन रखती हैं
सिमरत कहती हैं, “बिल्कुल! अगर मैं अलग-अलग किरदार नहीं करूंगी, तो लोग मेरे टैलेंट को कैसे पहचानेंगे? ‘गदर 2’ के बाद मुझे कई पाकिस्तानी लड़की के रोल ऑफर हुए, लेकिन मैंने खुद को सीमित नहीं रखा। ‘वनवास’ में मैंने बनारसी लड़की का किरदार निभाया और अब ‘द दिल्ली फाइल्स’ में एक बंगाली लड़की का रोल कर रही हूं। इस फिल्म में कोई ग्लैमर नहीं है, सिर्फ एक्टिंग की चुनौती है और मैं इसके लिए तैयार हूं।”
सिमरत कौर अपनी मेहनत और लगन से बॉलीवुड में अपनी पहचान बना रही हैं। उनका सफर दर्शाता है कि सपने पूरे करने के लिए जुनून और परिवार का समर्थन कितना जरूरी होता है।
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