Sawan 2024 : 2 अगस्त 2024 को सावन की शिवरात्रि की धूम सावन की शिवरात्रि हिंदू कैलेंडर के अनुसार, सावन महीने के चौथे सोमवार को मनाई जाती है और यह भगवान शिव की उपासना का विशेष दिन है। इस दिन को लेकर भक्तों में विशेष उत्साह और श्रद्धा होती है।
सावन की शिवरात्रि के विशेष पहलू
- पूजा और अनुष्ठान:
- शिवलिंग का अभिषेक: भक्तों द्वारा शिवलिंग पर जल, दूध, शहद, और अन्य पवित्र सामग्री का अभिषेक किया जाता है।
- पाठ और कीर्तन: महाशिवरात्रि पर शिव के 108 नामों का जाप, शिव चालीसा, और भजन-कीर्तन का आयोजन किया जाता है।
- व्रत और उपवास:
- व्रत: कई भक्त पूरे दिन उपवासी रहते हैं और रातभर जागरण करते हैं। व्रति शिव की आराधना में लीन रहते हैं।
- उपवास: विशेष पूजा के लिए उपवासी रहना एक सामान्य प्रथा है, जिसमें फलाहार या साधारण आहार लिया जाता है।
- मंदिरों की सजावट:
- शिव मंदिरों की सजावट: मंदिरों को सजाया जाता है, और विशेष पूजा-अर्चना की जाती है। भक्त मंदिरों में जाकर भगवान शिव की पूजा करते हैं।
- भक्तों की उपस्थिति:
- उत्सव और जुलूस: कई जगहों पर विशेष आयोजन, भव्य जुलूस, और शिव बारात का आयोजन किया जाता है।
- धार्मिक प्रवचन: धार्मिक प्रवचन और कथा-संगीत कार्यक्रम आयोजित होते हैं, जिसमें लोग बड़ी श्रद्धा के साथ भाग लेते हैं।
- समाज और सांस्कृतिक गतिविधियाँ:
- सामाजिक आयोजनों में भागीदारी: लोग परिवार और दोस्तों के साथ शिवरात्रि का उत्सव मनाते हैं और सामूहिक पूजा, भजन, और सामाजिक कार्यक्रमों में भाग लेते हैं।
सावन की शिवरात्रि एक महत्वपूर्ण धार्मिक अवसर है, जो भगवान शिव के प्रति भक्तों की गहरी श्रद्धा और भक्ति को दर्शाता है। इस दिन के विशेष पूजा और अनुष्ठानों से भक्तों को मानसिक शांति और आध्यात्मिक उन्नति का अनुभव होता है।
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