
राजनंदगांव में बुलेट और अन्य बड़ी गाड़ियों में ध्वनि प्रदूषण फैलाने वाले साइलेंसर लगाना एक फैशन बन गया है। ये साइलेंसर बंदूक की गोली और बड़े पटाखों जैसी तेज आवाज करते हैं, जिससे लोगों को काफी परेशानी होती है। यह न केवल ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन है, बल्कि ध्वनि प्रदूषण का बड़ा कारण भी है।
पुलिस की सख्त कार्रवाई
ट्रैफिक पुलिस ने ऐसे साइलेंसर लगाने वाले बाइकर्स पर शिकंजा कसते हुए कई महीनों से बड़ी संख्या में इन साइलेंसरों को जब्त किया है। कल, ट्रैफिक पुलिस ने इन जब्त किए गए साइलेंसरों पर रोड रोलर चलाकर उन्हें नष्ट कर दिया। पुलिस विभाग ने यह कदम यह सुनिश्चित करने के लिए उठाया कि ये साइलेंसर दोबारा बाजार में न आ सकें।
साइलेंसर नष्ट करने का उद्देश्य
इस कार्रवाई का उद्देश्य बाइकर्स को यह संदेश देना है कि इस तरह के साइलेंसर न केवल गैरकानूनी हैं, बल्कि अन्य लोगों के लिए असुविधा का कारण भी बनते हैं। पुलिस विभाग का कहना है कि ध्वनि प्रदूषण पर नियंत्रण रखना उनकी प्राथमिकता है और ऐसे मामलों में आगे भी सख्त कार्रवाई जारी रहेगी।
लोगों की प्रतिक्रिया
इस कदम की स्थानीय लोगों ने सराहना की है। उनका कहना है कि तेज आवाज वाले साइलेंसरों से सड़कों पर चलना मुश्किल हो जाता है। पुलिस की यह पहल न केवल कानून का पालन सुनिश्चित करेगी, बल्कि ध्वनि प्रदूषण को भी कम करने में मदद करेगी।
पुलिस की अपील
पुलिस ने वाहन मालिकों से अपील की है कि वे अपने वाहनों में अवैध साइलेंसर न लगाएं और ट्रैफिक नियमों का पालन करें। इससे न केवल कानून व्यवस्था बनी रहेगी, बल्कि आम जनता को भी राहत मिलेगी।
राजनंदगांव पुलिस की इस कार्रवाई से अन्य जिलों में भी इस तरह के मामलों पर सख्ती की उम्मीद की जा रही है।