
Raipur Trunk Murder Case Update
Raipur Trunk Murder Case Update : रायपुर। राजधानी रायपुर के इंद्रप्रस्थ कॉलोनी में हुए बहुचर्चित सूटकेस मर्डर केस में सनसनीखेज खुलासा हुआ है। मृतक किशोर पैकरा की हत्या जमीन सौदे में 10 लाख रुपये के लेनदेन विवाद के चलते की गई। इस जघन्य हत्याकांड के मुख्य आरोपी वकील अंकित उपाध्याय और उनकी पत्नी शिवानी शर्मा को दिल्ली एयरपोर्ट से गिरफ्तार कर लिया गया है। रायपुर पुलिस की एक विशेष टीम मंगलवार शाम दोनों को लेकर रायपुर लौट रही है।
जमीन सौदे में धोखाधड़ी बनी हत्या की वजह-
पुलिस सूत्रों के अनुसार, मृतक किशोर पैकरा 40 वर्ष, निवासी एचएमटी चौक, हांडीपारा, शारीरिक रूप से अक्षम था और व्हीलचेयर पर चलता था। उसकी मोहदी गांव में स्थित जमीन का सौदा आरोपी वकील अंकित उपाध्याय ने 50 लाख रुपये में कराया था। किशोर को इस सौदे में केवल 30 लाख रुपये मिले और शेष 20 लाख रुपये में से 10 लाख की मांग करने पर विवाद बढ़ गया। इसके बाद अंकित और उनकी पत्नी शिवानी ने किशोर को रास्ते से हटाने की साजिश रची।
Raipur Trunk Murder Case Update : क्रूरता से की गई हत्या, सूटकेस में सीमेंट के साथ पैक किया शव-
जांच में सामने आया कि किशोर की पहले गला रेतकर हत्या की गई। इसके बाद उसके शव को एक लाल रंग के सूटकेस में डाला गया, जिसमें सीमेंट भरकर पैक किया गया। फिर इस सूटकेस को एक स्टील ट्रंक में रखकर इंद्रप्रस्थ कॉलोनी के सुनसान इलाके में फेंक दिया गया। शव दो से तीन दिन पुराना बताया जा रहा है, और गले पर गहरे घाव और अंग बंधे हुए थे। स्थानीय लोगों ने झाड़ियों से बदबू आने की शिकायत की, जिसके बाद पुलिस ने शव बरामद किया।
CCTV और ट्रंक की मार्किंग से पकड़े गए आरोपी-
पुलिस ने ट्रंक पर मौजूद ‘हब्बू भाई’ की मार्किंग और गोलबाजार पेटीलाइन के सीसीटीवी फुटेज के आधार पर जांच शुरू की। फुटेज में दिखा कि अंकित और शिवानी ने सुबह-सुबह ट्रंक खरीदा था। इसके बाद पुलिस ने उनकी गतिविधियों को ट्रैस किया और पाया कि हत्या के बाद दोनों रायपुर एयरपोर्ट से दिल्ली भाग गए थे। दिल्ली पुलिस के सहयोग से दोनों को दिल्ली एयरपोर्ट से हिरासत में लिया गया।
Raipur Trunk Murder Case Update : प्रॉपर्टी डीलरों से पूछताछ, साजिश में और लोग शामिल?
क्राइम ब्रांच ने इस मामले में दो प्रॉपर्टी डीलरों को भी हिरासत में लिया है, जिनसे पूछताछ जारी है। पुलिस को शक है कि इन डीलरों की सौदे में भूमिका हो सकती है या वे साजिश का हिस्सा हो सकते हैं। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक लाल उमेद सिंह ने बताया कि मामले की गहराई से जांच की जा रही है और जल्द ही पूरे मामले का खुलासा किया जाएगा।