Raipur News : छत्तीसगढ़ की राजनीति में इन दिनों घोषणापत्र को लेकर गरमाहट बढ़ गई है। रायपुर में बीजेपी ने कांग्रेस पर पोस्टर के जरिए तीखा हमला करते हुए इसे जनता से कटने का आरोप लगाया।
बीजेपी नेता संजय श्रीवास्तव ने कांग्रेस पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस जनता के बीच जाने से डर रही है और घोषणापत्र तैयार करने में जनता की राय को नजरअंदाज कर रही है।
बीजेपी के आरोप
बीजेपी नेता संजय श्रीवास्तव ने कांग्रेस पर कई आरोप लगाए, जिनमें प्रमुख बिंदु निम्नलिखित हैं:
- जनता से दूरी:
- कांग्रेस जनता की राय लेने से बच रही है और अपने कार्यकर्ताओं से ही घोषणापत्र तैयार कर रही है।
- पंचायत स्तर और प्रदेश की जनता से रायशुमारी को नजरअंदाज किया जा रहा है।
- जनता के हितों की अनदेखी:
- कांग्रेस पर आरोप है कि वह जनता के हितों की बात नहीं करती।
- घोषणापत्र बनाते समय प्रदेश के वास्तविक मुद्दों और समस्याओं को ध्यान में नहीं रखा जा रहा।
- भ्रष्टाचार का विजन:
- श्रीवास्तव ने कहा कि कांग्रेस का विजन केवल भ्रष्टाचार है।
- उन्होंने सवाल उठाया कि प्रदेश के हितों को प्राथमिकता देने की बजाय कांग्रेस जनता से क्यों डर रही है।
- दीपक बैज पर सवाल:
- बीजेपी ने कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज से सीधे सवाल किया कि वह जनता से रायशुमारी क्यों नहीं कर रहे।
बीजेपी का पोस्टर वार
बीजेपी ने पोस्टर अभियान के जरिए कांग्रेस पर हमला बोलते हुए इसे जनता विरोधी बताया।
- पोस्टरों में कांग्रेस पर “जनता से दूरी” और “घोषणापत्र में पारदर्शिता की कमी” जैसे आरोप लगाए गए।
- बीजेपी का कहना है कि घोषणापत्र केवल पार्टी कार्यकर्ताओं के विचारों पर आधारित है, जो जनता की असल समस्याओं से दूर है।
कांग्रेस पर भ्रष्टाचार का आरोप
बीजेपी ने कांग्रेस के भ्रष्टाचार पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस का विजन जनता के हितों को अनदेखा करना और भ्रष्टाचार को बढ़ावा देना है।
- कांग्रेस का घोषणापत्र:
- बीजेपी ने कांग्रेस के घोषणापत्र को केवल औपचारिकता करार दिया।
- उनका दावा है कि कांग्रेस की घोषणाएं सिर्फ चुनावी राजनीति तक सीमित रहती हैं।
बीजेपी की मांग और सुझाव
बीजेपी ने कांग्रेस से मांग की है कि वह घोषणापत्र तैयार करने से पहले पंचायतों और आम जनता से सुझाव ले।
- जनता के सुझावों और समस्याओं को प्राथमिकता दी जाए।
- घोषणापत्र में पारदर्शिता हो और जनता के हितों को महत्व दिया जाए।
राजनीतिक माहौल गरमाया
घोषणापत्र को लेकर उठे इस विवाद ने छत्तीसगढ़ की राजनीति में हलचल पैदा कर दी है।
- बीजेपी के इस तीखे हमले के बाद कांग्रेस का पक्ष आना अभी बाकी है।
- आगामी विधानसभा चुनावों के मद्देनजर घोषणापत्र एक बड़ा मुद्दा बन सकता है।
बीजेपी और कांग्रेस के बीच बढ़ती खींचतान से साफ है कि आगामी चुनावी माहौल और भी गरमाने वाला है। जहां बीजेपी कांग्रेस पर जनता से कटने और घोषणापत्र में पारदर्शिता न होने का आरोप लगा रही है, वहीं कांग्रेस को अब इन आरोपों का जवाब देना होगा।
यह देखना दिलचस्प होगा कि जनता इस राजनीतिक विवाद को किस नजरिए से देखती है और चुनावों में इसका क्या प्रभाव पड़ता है।
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