
Raipur City News
Raipur City News : रायपुर। राजधानी रायपुर में सूदखोरी और अवैध वसूली के काले कारोबार में लिप्त हिस्ट्रीशीटर तोमर ब्रदर्स वीरेंद्र तोमर और रोहित तोमर की मुश्किलें थमने का नाम नहीं ले रही हैं। फरार चल रहे इन भाइयों के खिलाफ अब आयकर विभाग (IT) और रायपुर नगर निगम ने संयुक्त रूप से कार्रवाई शुरू कर दी है। रविवार को दोनों एजेंसियों ने तोमर ब्रदर्स के ठिकानों पर छापेमारी की और उनकी संपत्तियों से जुड़े दस्तावेजों की गहन जांच शुरू की।
बेनामी संपत्तियों और टैक्स चोरी पर IT का फोकस-
आयकर विभाग की टीमें तोमर ब्रदर्स की कुल संपत्तियों का आकलन कर रही हैं, जिसमें यह जांचा जा रहा है कि उनकी कितनी संपत्ति अघोषित है और कितनी बेनामी तौर पर संचालित हो रही है। इसके अलावा, उनकी घोषित संपत्तियों पर नियमित टैक्स भुगतान की स्थिति भी खंगाली जा रही है। सूत्रों के अनुसार, विभाग को शक है कि तोमर ब्रदर्स ने सूदखोरी और अवैध वसूली से अर्जित काली कमाई को रियल एस्टेट और अन्य क्षेत्रों में निवेश किया है। इस कार्रवाई में कई संदिग्ध दस्तावेज और डिजिटल साक्ष्य जब्त किए गए हैं, जिनका विश्लेषण जारी है।
अवैध निर्माण और टैक्स पर नजर-
आयकर विभाग के साथ-साथ रायपुर नगर निगम की टीमें भी तोमर ब्रदर्स के ठिकानों पर पहुंचीं। नगर निगम ने उनकी संपत्तियों में अवैध निर्माण और संपत्ति कर के भुगतान से संबंधित कागजातों की जांच की। तोमर ब्रदर्स के आलीशान बंगले और अन्य संपत्तियों पर नगर निगम ने नियमों के उल्लंघन की आशंका जताई है। नगर निगम के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि अवैध निर्माण को ध्वस्त करने और बकाया टैक्स वसूलने की कार्रवाई जल्द शुरू की जा सकती है।
परिवार पर भी कसेगा शिकंजा-
पुलिस और आयकर विभाग को शक है कि तोमर ब्रदर्स के अवैध कारोबार में उनके परिवार के सदस्यों की भी भूमिका हो सकती है। जांच एजेंसियां जल्द ही उनके परिजनों से पूछताछ शुरू करने की तैयारी में हैं। सूत्रों के मुताबिक, परिवार की महिलाएं भी सूदखोरी के धंधे में शामिल थीं और कर्जदारों से वसूली में उनकी सक्रिय भागीदारी थी। पुलिस को एक रजिस्टर भी मिला है, जिसमें कर्ज वसूली और जमीन से जुड़े लेन-देन की विस्तृत जानकारी दर्ज है।
पुलिस की कार्रवाई में मिला था खजाना-
इससे पहले, रायपुर पुलिस ने 5 जून 2025 को तोमर ब्रदर्स के ठिकानों पर छापेमारी की थी, जिसमें चौंकाने वाली बरामदगी हुई थी। पुलिस ने उनके घर से 37 लाख रुपये नकद, 734 ग्राम सोने के आभूषण, 125 ग्राम चांदी, चार लग्जरी वाहन (BMW और फॉर्च्यूनर सहित), आईपैड, लैपटॉप, चेकबुक, एटीएम कार्ड, नोट गिनने की मशीन, ई-स्टांप पेपर, पांच तलवारें, एक रिवॉल्वर, एक पिस्टल और जिंदा कारतूस जब्त किए थे। जांच में खुलासा हुआ कि तोमर ब्रदर्स कर्जदारों को डराने के लिए हथियारों और कारतूसों का इस्तेमाल करते थे, हालांकि इनका मकसद शारीरिक नुकसान पहुंचाने से ज्यादा आतंक फैलाना था।