
बीजेपी और कांग्रेस के बीच राजनीतिक बयानबाजी तेज, नेतृत्व विहीनता पर तकरार....
रायपुर: बीजेपी और कांग्रेस के बीच संगठनात्मक बदलाव को लेकर बयानबाजी का सिलसिला तेज हो गया है। बीजेपी जहां कांग्रेस को नेतृत्वविहीन और समाप्ति के कगार पर खड़ी बताकर हमलावर है, वहीं कांग्रेस ने बीजेपी को सलाह दी है कि वह दूसरे घर में तांक-झांक करने की बजाय अपने घर की स्थिति देखे।
बीजेपी के संगठन पर्व के दौरान, जिला, मंडल अध्यक्षों और राज्य के पदाधिकारियों की नियुक्ति को लेकर विवाद बढ़ता जा रहा है। पहले मंडल अध्यक्षों की नियुक्ति पर उठे विवाद के बाद, बीजेपी ने जिला अध्यक्षों की नियुक्ति केंद्रीय नेतृत्व के पास भेज दी है। वहीं, कांग्रेस भी संगठनात्मक बदलाव की कवायद में जुटी है। हाल ही में पीसीसी चीफ दीपक बैज ने दिल्ली में आलाकमान से मुलाकात की और संगठन पर चर्चा की।
बीजेपी उपमुख्यमंत्री अरुण साव ने कांग्रेस पर तीखा हमला करते हुए उसे नेतृत्वविहीन, दिशाहीन और संकट में फंसी हुई पार्टी करार दिया। उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव के बाद से कांग्रेस के भीतर बदलाव की चर्चाएं चल रही थीं, लेकिन अब कांग्रेस खुद संकट में है। साव का दावा है कि छत्तीसगढ़ की जनता ने कांग्रेस को विधानसभा चुनावों में करारा जवाब दिया और अब निकाय और पंचायत चुनावों में भी जनता कांग्रेस को सत्ता से बाहर कर देगी।
वहीं, पीसीसी चीफ दीपक बैज ने बीजेपी के इस आरोप पर पलटवार किया और कहा कि बीजेपी को दूसरों के घर में झांकने के बजाय अपनी पार्टी की स्थिति देखनी चाहिए, जहां बस्तर से उनके अध्यक्ष की नियुक्ति के दौरान विवाद उत्पन्न हो रहा है। बैज ने कांग्रेस की कार्यकारिणी को सक्रिय बताया और कहा कि खराब प्रदर्शन करने वाले पदाधिकारियों को बदलने की प्रक्रिया सामान्य है, जिससे कांग्रेस की कार्यशैली पर सवाल नहीं उठाया जा सकता।
वर्तमान स्थिति में यह साफ है कि निकाय और पंचायत चुनावों से पहले, दोनों पार्टियों के बीच राजनीतिक पारा चढ़ चुका है। दोनों दल एक-दूसरे पर कटाक्ष करते हुए अपने-अपने समर्थकों को संगठित करने में जुटे हैं।