Pauri Uttarakhand
पौड़ी, मुकेश बछेती
Pauri Uttarakhand : ब्लाक थलीसैंण की एक ग्राम पंचायत में एक चौंकाने वाला अजब-गजब मामला सामने आया है। यहाँ गांव में मनरेगा में दो मृतकों ने पहले मजदूरी की और उन्हें उसका पारिश्रमिक भी मिला है।
Pauri Uttarakhand : बताते चले की थलीसैंण ब्लाक के ग्राम पंचायत बांजकोट के वार्ड सदस्य व आरटीआई कार्यकर्ता शशिकांत मंमगाई ने सीडीओ पौड़ी को एक शिकायत सौंपी हैं। पत्र में मंमगाई ने बताया कि बांजकोट में विकास कार्यों में वृहत स्तर पर वित्तीय अनियमितताएं की गई है।
Pauri Uttarakhand
आरटीआई के तहत मांगी गई सूचना में बताया गया है कि ग्रामीण भोपाल लाल ने वर्ष 2022 में मनरेगा के एक भूमि विकास के कार्य में 9 दिन मजदूरी की और उन्हें उसकी मजदूरी 1917 रुपए प्रदान की गई है। जबकि वास्तविकता यह है
कि भोपाल लाल की मौत 4 मार्च 2021 को हो चुकी है। बताया कि ग्रामीण वामदेव ने वर्ष 2022 में ही मनरेगा में 12 दिन मजदूरी करके 2556 रुपए मजदूरी पाई है। जबकि उनका वर्ष 2021 में निधन हो चुका है।
बताया कि वर्ष 2019 से 2024 तक पंचायत में राज्य वित्त, केंद्र वित्त के तहत विभिन्न विकास कार्यों में 21 लाख 85 हजार 155 रुपए की धनराशि का भुगतान दर्शाया गया है। लेकिन माप पुस्तिका में धनराशि का कुल विवरण 14 लाख 9 हजार 279 रुपए दर्ज है।
भुगतान व माप पुस्तिका में धनराशि के विवरण में 7 लाख 75 हजार 876 रुपए का भारी अंतर सामने आया है। शिकायतकर्ता मंमगाई ने कहा कि विकास कार्यों में हुई भारी अनियमितता की निष्पक्ष जांच कर जल्द से जल्द दोषियों के खिलाफ कार्रवाई अमल में लाई जाय।
वहीं पूरे मामले में DDOपौड़ी गुरविंदर कौर ने जानकारी देते हुए बताया कि इस मामले में एक जांच टीम गठित कर दी गई है और के खिलाफ कार्य अनुसार कार्रवाई की जाएगी जांच में जो भी कर्मचारी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
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