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बंगाल की सियासत में नया मोड़
बंगाल की सियासत में नया मोड़
कोलकाता : बंगाल की सियासत में नया मोड़ : पश्चिम बंगाल की राजनीति में एक और बड़ा विवाद खड़ा हो गया है। राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को मानहानि का नोटिस भेजा है, जिसमें 11 करोड़ रुपये की क्षतिपूर्ति की मांग की गई है। यह नोटिस जून 2024 में दिए गए एक बयान को लेकर जारी किया गया है, जिसमें ममता बनर्जी ने कथित रूप से राज्यपाल पर गंभीर आरोप लगाए थे।
राज्यपाल सीवी आनंद बोस का कहना है कि मुख्यमंत्री ने उनके खिलाफ झूठे आरोप लगाए, जिससे उनकी छवि को नुकसान पहुंचा है। नोटिस में स्पष्ट किया गया है कि या तो ममता बनर्जी सार्वजनिक रूप से माफी मांगें, या फिर उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
लेकिन इस पूरे विवाद में सिर्फ ममता बनर्जी ही नहीं, बल्कि तीन अन्य नेता भी जांच के दायरे में आ सकते हैं। राज्यपाल के अनुसार, इन नेताओं ने भी भ्रामक बयान देकर उनके संवैधानिक पद की गरिमा को ठेस पहुंचाने का प्रयास किया।
टीएमसी की ओर से इस मुद्दे पर अब तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, लेकिन पार्टी सूत्रों का कहना है कि यह एक राजनीतिक चाल है और राज्यपाल विपक्ष की आवाज दबाने की कोशिश कर रहे हैं।
वहीं, बीजेपी इस कदम को सही ठहरा रही है। पार्टी के प्रवक्ताओं ने कहा है कि संवैधानिक पद पर बैठे किसी भी व्यक्ति के खिलाफ झूठे आरोप लगाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।
राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि यह मामला सिर्फ कानूनी नहीं, बल्कि राजनीतिक रूप से भी अहम हो सकता है। अगर यह विवाद लंबा खिंचता है, तो यह आगामी चुनावों में एक बड़ा मुद्दा बन सकता है।
इन सभी सवालों के जवाब आने वाले दिनों में साफ हो सकते हैं। फिलहाल, बंगाल की राजनीति में यह मुद्दा सबसे गर्म बहस का केंद्र बन गया है।
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