रायपुर : अंबेडकर हॉस्पिटल के डॉक्टर्स ने एक बार फिर नया कृतिमान हासिल किया है एट्रियल फ़िब्रिलेशन के बुजुर्ग मरीज को पैरालाइज होने से बचाया है…इसमें 3D इलेक्ट्रो फिजियोलॉजी और रेडियो फ्रीक्वेंसी इवोल्यूशन के माध्यम से उपचार किया गया और 70 वर्षीय मरीज को एक नया जीवनदान दिया गया..
अंबेडकर हॉस्पिटल के कार्डियोलॉजिस्ट डॉक्टर स्मिथ श्रीवास्तव ने बताया कि एट्रियल फ़िब्रिलेशन क्रिटिकल मामला होता है इसमें हृदय सही से काम करना बंद कर देती है.. वह अनियमित हो जाती है जो काफी परेशानी का सबक बनता है ऐसे लोगों को हृदय सही से काम नहीं करता है इसलिए इसमें ज्यादा परेशानी होती है…मरीज पैरालाइज्ड भी हो सकता है
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