
MP News: पिकनिक स्पॉट पर युवक-युवती को बदमाशों ने निर्वस्त्र कर पीटा, वीडियो बनाकर किया वायरल....
मध्य प्रदेश के रीवा जिले से एक और शर्मसार कर देने वाला मामला सामने आया है। जिले के प्रसिद्ध पिकनिक स्पॉट पूर्वा वाटरफॉल पर कुछ बदमाशों ने एक युवक और युवती को निर्वस्त्र कर मारपीट की और उनके पास से पैसे भी छीन लिए। यही नहीं, आरोपियों ने इस पूरी घटना का वीडियो बना कर सोशल मीडिया पर अपलोड कर दिया, जो अब तेजी से वायरल हो रहा है।
5-6 दिन पुरानी घटना, पुलिस ने लिया संज्ञान
पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और बताया कि यह घटना 5 से 6 दिन पुरानी है। हालांकि, अभी तक पीड़ित युवक और युवती की ओर से कोई शिकायत दर्ज नहीं कराई गई है, लेकिन वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस ने मामले का संज्ञान लिया है और तफ्तीश में जुट गई है।
वायरल वीडियो में क्या हुआ?
बताया जा रहा है कि जब युवक-युवती अकेले वाटरफॉल पर थे, तब चार बदमाश उनके पास पहुंचे। आरोपियों ने युवक-युवती से पैसे की मांग की और युवती के साथ गलत हरकत करने की कोशिश की। इसके बाद उन्होंने दोनों से पैसे छीन लिए और जब दोनों ने पैसे देने से मना किया, तो बदमाशों ने उन्हें निर्वस्त्र कर वीडियो बना लिया। वायरल वीडियो में बदमाशों को कहते हुए सुना जा सकता है कि “तुम लोगों को दुनिया में कहीं मुंह दिखाने लायक नहीं छोड़ेंगे”, जबकि पीड़ित युवक-युवती उन्हें छोड़ने की गुहार लगा रहे थे।
पुलिस ने शुरू की जांच, वीडियो की पहचान की कोशिश
वायरल वीडियो में सभी आरोपी बघेली भाषा बोलते हुए सुनाई दे रहे हैं, जिससे पुलिस ने इस घटना के रीवा जिले के पूर्वा वाटरफॉल पर घटित होने की आशंका जताई है। इस संबंध में रीवा एसपी विवेक सिंह ने जांच के निर्देश दिए हैं और सेमरिया पुलिस ने छानबीन शुरू कर दी है। हालांकि, पुलिस द्वारा की गई छानबीन में पूर्वा जलप्रपात पर इस घटना से संबंधित कोई निशान नहीं मिले हैं और न ही युवक-युवती की पहचान हो पाई है।
एसपी विवेक सिंह का बयान
रीवा एसपी विवेक सिंह का कहना है कि एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसे पूर्वा फॉल का बताया जा रहा है। इस वीडियो की जांच कराई जा रही है, लेकिन अब तक मामले में पीड़ितों की ओर से कोई शिकायत दर्ज नहीं कराई गई है। इस कारण पीड़ितों और आरोपियों की पहचान नहीं हो पा रही है। एसपी विवेक सिंह ने पीड़ितों से अपील की है कि वे इस घटना के विरोध स्वरूप शिकायत दर्ज कराएं, ताकि आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा सके। शिकायत करने पर पीड़ितों की पहचान गोपनीय रखी जाएगी।