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MP News: भोपाल। केंद्र सरकार ने इटारसी-नागपुर के बीच चौथी रेल लाइन परियोजना को हरी झंडी दिखाई है। इस महत्वाकांक्षी परियोजना से मध्य प्रदेश के महाकालेश्वर और ओंकारेश्वर से लेकर आंध्र प्रदेश के श्रीशैलम और तमिलनाडु के रामेश्वरम तक ज्योतिर्लिंग यात्रा और भी आसान और सुगम हो जाएगी। इस रेल लाइन से नर्मदापुरम, बैतूल, पांढुर्णा और महाराष्ट्र के नागपुर क्षेत्र को भी सीधा लाभ मिलेगा।
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने इस परियोजना को मंजूरी देने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रति आभार व्यक्त किया है। उन्होंने कहा, “केंद्रीय कैबिनेट की इस मंजूरी से मध्य प्रदेश के लिए एक नया विकास द्वार खुला है। यह परियोजना न केवल धार्मिक यात्रा को सुगम बनाएगी, बल्कि क्षेत्रीय कनेक्टिविटी और आर्थिक विकास को भी बढ़ावा देगी।”
MP News: ज्योतिर्लिंग यात्रा होगी और सहज
इटारसी-नागपुर चौथी रेल लाइन के निर्माण से मध्य प्रदेश के प्रमुख ज्योतिर्लिंग स्थलों, महाकालेश्वर और ओंकारेश्वर से दक्षिण भारत के श्रीशैलम और रामेश्वरम तक की यात्रा अधिक सुविधाजनक हो जाएगी। यह रेल लाइन धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के साथ-साथ क्षेत्रीय व्यापार और यातायात को भी गति प्रदान करेगी।
MP News: आर्थिक और पर्यावरणीय लाभ
इस परियोजना से न केवल यात्री सुविधाओं में वृद्धि होगी, बल्कि पर्यावरण और अर्थव्यवस्था को भी लाभ होगा। अनुमान के अनुसार, इस रेल लाइन से प्रतिवर्ष 5.3 करोड़ लीटर डीजल की बचत होगी। इसके अलावा, 10 मिलियन टन अतिरिक्त माल ढुलाई क्षमता विकसित होगी, जिससे लॉजिस्टिक्स लागत में लगभग 1,206 करोड़ रुपये की बचत होने की संभावना है।
MP News: क्षेत्रीय विकास को मिलेगा बढ़ावा
यह परियोजना मध्य प्रदेश के नर्मदापुरम, बैतूल, और पांढुर्णा जैसे क्षेत्रों के साथ-साथ महाराष्ट्र के नागपुर को भी जोड़ेगी। इससे इन क्षेत्रों में व्यापार, रोजगार और बुनियादी ढांचे के विकास को नई गति मिलेगी।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार का यह निर्णय मध्य प्रदेश के लिए एक ऐतिहासिक कदम है। यह परियोजना न केवल धार्मिक महत्व के स्थानों को जोड़ेगी, बल्कि मध्य प्रदेश और पड़ोसी राज्यों के बीच आर्थिक और सामाजिक एकीकरण को भी बढ़ाएगी।”