
MP News : उज्जैन। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने रविवार को उज्जैन के रघुनंदन गार्डन में आयोजित लाडली बहना रक्षाबंधन कार्यक्रम में हिस्सा लिया। इस अवसर पर उन्होंने लाडली बहनों से राखी बंधवाई और कहा कि रक्षा-सूत्र सिर्फ एक धागा नहीं, बल्कि बहनों की रक्षा, सहयोग और उनके सपनों को साकार करने का संकल्प है। उन्होंने लाडली बहनों के आशीर्वाद को प्रदेश में तेजी से हो रहे विकास कार्यों का आधार बताया।
MP News : रक्षाबंधन: सांस्कृतिक और सामाजिक एकता का प्रतीक
मुख्यमंत्री ने कहा कि सनातन संस्कृति के त्योहार हमें जोड़ते हैं और पारिवारिक रिश्तों को मजबूत करते हैं। उन्होंने भगवान श्रीकृष्ण और द्रौपदी के रक्षा-सूत्र के उदाहरण का जिक्र करते हुए कहा कि श्रीकृष्ण ने हर परिस्थिति में द्रौपदी की रक्षा की। इसी तरह, माता पार्वती भी प्रकृति के कष्टों का निवारण करती हैं। उन्होंने लाडली बहनों को समाज के कष्टों को दूर करने वाली शक्ति बताया और कहा कि बहनें, बुआएं और बेटियां पारिवारिक, सामाजिक और आर्थिक समृद्धि की आधारशिला हैं।
MP News : लाडली बहनों के लिए नई घोषणाएं
सीएम ने घोषणा की कि लाडली बहना योजना के तहत दी जाने वाली 1250 रुपये की मासिक राशि को भाईदूज से बढ़ाकर 1500 रुपये किया जाएगा। इसके अलावा, कारखानों में कार्यरत बहनों को 10 वर्ष तक 5000 रुपये की सहायता प्रदान की जाएगी। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार बहनों को स्वरोजगार से जोड़ने और उनके उत्थान के लिए हर संभव मदद कर रही है। साथ ही, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में लखपति दीदी और ड्रोन दीदी जैसी योजनाओं से महिलाओं का सशक्तिकरण हो रहा है।
MP News : कार्यक्रम में उत्साह और भावनात्मक क्षण
मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम की शुरुआत लाडली बहनों को झूला झुलाकर की और दीप प्रज्ज्वलन के साथ कन्या पूजन किया। कन्याओं को स्कूल बैग और पुस्तकें भेंट की गईं। लाडली बहनों ने सीएम को हस्तनिर्मित बड़ी राखी भेंट की और पुष्पवर्षा के साथ उनका स्वागत किया। डॉ. मोहन ने लाडली बहनों का आभार जताते हुए “फूलों का तारों का, सबका कहना है; एक हजारों में मेरी बहना है” गीत गाकर माहौल को भावनात्मक बना दिया।
MP News : बाबा महाकाल और लाडली बहनों का आशीर्वाद
सीएम ने कहा कि वे बाबा श्री महाकाल और लाडली बहनों के आशीर्वाद से आज इस मुकाम पर हैं। उन्होंने रक्षाबंधन को सामूहिक जीवन और रिश्तों की मजबूती का प्रतीक बताया। यह आयोजन न केवल लाडली बहनों के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाता है, बल्कि प्रदेश में महिलाओं के सशक्तिकरण और सामाजिक समृद्धि की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।