
MP Breaking: सौरभ शर्मा और चेतन को कोर्ट ने चार फरवरी तक रिमांड पर भेजा...
भोपाल। MP Breaking: आरटीओ के पूर्व कॉन्स्टेबल सौरभ शर्मा और उसके साथी चेतन गौर को कोर्ट ने चार फरवरी तक रिमांड पर भेज दिया है। लोकायुक्त पुलिस ने मंगलवार (28 जनवरी) को सौरभ शर्मा को गिरफ्तार किया था। इससे पहले उससे पांच घंटे तक पूछताछ की गई, जिसके बाद उसे जिला कोर्ट में पेश किया गया।
MP Breaking: 41 दिन बाद सौरभ शर्मा गिरफ्तार
लोकायुक्त, ईडी और आईटी विभाग की टीमें 41 दिनों से सौरभ शर्मा की तलाश में थीं। तीनों एजेंसियों को चकमा देते हुए सोमवार (27 जनवरी) को सौरभ अपने वकील के साथ भोपाल स्थित लोकायुक्त की विशेष अदालत में सरेंडर करने पहुंचा। न्यायाधीश रामप्रताप मिश्रा की बेंच ने लोकायुक्त से केस डायरी की मांग की और सौरभ को मंगलवार सुबह 11 बजे पेश होने का आदेश दिया।
सौरभ ने लगाई थी अग्रिम जमानत याचिका
सौरभ शर्मा ने भोपाल जिला न्यायालय में अग्रिम जमानत के लिए याचिका दायर की थी, लेकिन कोर्ट ने इसे खारिज कर दिया। याचिका खारिज होने के बाद उसके सरेंडर करने की संभावनाएं बढ़ गई थीं। वहीं, सौरभ शर्मा की संपत्तियों को लेकर आयकर विभाग (IT) और प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने भी जांच शुरू कर दी है।
MP Breaking: लावारिस गाड़ी में मिला था सोना और नकदी
19 दिसंबर को भोपाल के मेंडोरी गांव में एक लावारिस गाड़ी से भारी मात्रा में सोना और नकदी बरामद होने पर हड़कंप मच गया था। स्थानीय निवासियों ने खाली प्लॉट में खड़ी एक लावारिस क्रिस्टा गाड़ी की सूचना पुलिस को दी। गाड़ी में 6-7 बैग रखे हुए थे। आयकर विभाग को बुलाया गया, जिन्होंने गाड़ी का शीशा तोड़कर बैग बाहर निकाले। इनमें से 52 किलो सोना और 10 करोड़ रुपए नकद बरामद किए गए।
ईडी और लोकायुक्त की कार्रवाई
27 दिसंबर को प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने सौरभ शर्मा, उसके साथी चेतन सिंह गौर, शरद जायसवाल और रोहित तिवारी के ठिकानों पर छापेमारी की थी। सौरभ के परिजनों और दोस्तों के खातों में 4 करोड़ रुपए का बैंक बैलेंस मिला। इसके अलावा, 23 करोड़ रुपए की संपत्तियों को जांच के दायरे में लाया गया। भोपाल, जबलपुर और ग्वालियर में जांच के दौरान 6 करोड़ रुपए की एफडी की जानकारी भी सामने आई। ईडी ने फर्मों और कंपनियों के माध्यम से किए गए निवेश का भी खुलासा किया है।