MAHAKUMBH 2025 : मुंबई से कुंभ मेले तक ट्रेन यात्रा: एक सुविधाजनक और किफायती तरीका....
प्रयागराज : महाकुंभ 2025 एक अद्वितीय भव्यता और श्रद्धा का संगम बनने जा रहा है। इसके लिए तैयारियां लगभग पूरी हो चुकी हैं। मुख्य उद्देश्य यह है कि गंगा-जमुना के पवित्र संगम पर लाखों श्रद्धालु स्नान करें और साथ ही उनकी सुरक्षा सुनिश्चित की जाए। जल पुलिस, एनडीआरएफ और आपदा प्रबंधन विभाग के सहयोग से यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि श्रद्धालु न केवल आध्यात्मिक अनुभव प्राप्त करें, बल्कि उनकी सुरक्षा भी सुनिश्चित की जाए।
नाविकों को विशेष प्रशिक्षण प्रदान करके सुरक्षा को अभूतपूर्व स्तर पर ले जाने की तैयारी की जा रही है। महाकुंभ 2025 के सुरक्षित आयोजन के लिए सभी विभाग लगातार ट्रायल कर रहे हैं। गंगा-जमुना संगम पर डुबकी लगाने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा की जिम्मेदारी जल पुलिस और नाविकों पर है।

वाराणसी की 11 एनडीआरएफ टीमें उप-महानिरीक्षक मनोज कुमार शर्मा के नेतृत्व में सामुदायिक जागरूकता, स्कूल सुरक्षा और क्षमता निर्माण के लिए बड़े पैमाने पर अभियान चला रही हैं।
प्रयागराज के पक्का घाट संगम पर लगभग 90 नाविकों को जल आपदा बचाव का प्रशिक्षण दिया गया। उन्हें सीपीआर देने, इंप्रोवाइज राफ्ट बनाने, प्राथमिक चिकित्सा देने और सर्पदंश का इलाज करने की तकनीक सिखाई गई। प्रशिक्षण के बाद सभी नाविकों को प्रमाण पत्र प्रदान किए गए। यह पहल उनकी क्षमताओं को बढ़ाएगी और महाकुंभ के दौरान श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने में मदद करेगी।
उप-महानिरीक्षक मनोज कुमार शर्मा ने लोकल 18 को बताया कि नाविक संघ की उपाध्यक्ष के सहयोग से सुरक्षा कार्य और अधिक प्रभावी हो गया है। नाविकों को प्राथमिक उपचार और आपातकालीन स्थितियों के लिए अस्पताल तक पहुंचाने की ट्रेनिंग दी जा रही है।






