प्रयागराज : Mahakumbh 2025: अमेठी के परमहंस आश्रम के मौनी महाराज, जिन्हें रुद्राक्ष वाले बाबा के नाम से भी जाना जाता है, एक चमत्कारी संत हैं जिन्होंने अब तक 56 बार जल और भू समाधि ली है। इस अद्वितीय कड़ी का सबसे हैरान करने वाला पहलू यह है कि इतनी बार समाधि लेने के बावजूद वह जीवित हैं और पूरी तरह स्वस्थ भी हैं।
Mahakumbh 2025: मौनी महाराज ने 44 वर्षों से अन्न, नमक और मीठे का त्याग कर सिर्फ फलाहार पर जीवन यापन किया है। उनका यह अद्वितीय तप और साधना उन्हें एक विशेष स्थान दिलाती है। हाल ही में उन्होंने प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ मेले के दौरान एशियन न्यूज से एक विशेष बातचीत की, जिसमें वे भावुक हो गए और भारत को हिंदू राष्ट्र बनाने के विषय में अपने विचार साझा किए। इसके साथ ही उन्होंने कई अन्य सामाजिक और धार्मिक मुद्दों पर भी अपनी राय रखी।
मौनी महाराज का जीवन तप, साधना और भक्ति का प्रतीक है, जो आज भी अनगिनत लोगों को प्रेरित करता है।
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