
Mahakumbh 2025: 1200 करोड़ के घोटाले का आरोप,5 साल जेल की सजा - अब बन गए ‘बिजनेसमैन बाबा’
Mahakumbh 2025: महाकुंभ 2025 में इस बार एक अनोखी शख्सियत चर्चा में है जी हाँ ये है बिजनेसमैन वाले बाबा’। उनका असली नाम भले ही कम लोग जानते हों, लेकिन उनकी कहानी किसी फिल्मी पटकथा से कम नहीं है एक समय में करोड़ों का कारोबार करने वाले इस व्यक्ति की जिंदगी में ऐसा मोड़ आया कि उन्होंने अपना सब कुछ त्यागकर आध्यात्म का मार्ग अपना लिया।बिजनेसमैन बाबा का दावा है कि वह कभी एक सफल उद्यमी थे, जिनका कारोबार अरबों में था। उनके कई बिजनेस पार्टनर थे, जिनके साथ मिलकर वे रोज करोड़ों का व्यापार करते थे।
लेकिन किस्मत ने ऐसी करवट ली कि जिन लोगों पर उन्होंने भरोसा किया, वही उन्हें धोखा देकर पीछे हट गए। इस विश्वासघात के कारण उन पर धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज हुआ और उन्हें जेल जाना पड़ा बिजनेसमैन बाबा के मुताबिक, जब उन्हें जेल भेजा गया, तो उन्होंने अपने जीवन के बारे में गहराई से सोचना शुरू किया। जेल की सलाखों के पीछे उन्होंने बाहरी दुनिया की चमक-धमक से दूरी बना ली और भगवान श्रीकृष्ण की शरण में चले गए। यही वह दौर था जब उन्होंने भगवद गीता को नए सिरे से समझना शुरू किया। न केवल उन्होंने गीता का अध्ययन किया, बल्कि इसे 718 पन्नों में सरल शब्दों में लिखा, ताकि आम लोग भी इसे समझ सकते महाकुंभ में बिजनेसमैन बाबा की चर्चा तब और तेज हो गई जब उन्होंने एक भविष्यवाणी की।
Mahakumbh 2025: उन्होंने कहा कि उन्हें ध्यान के दौरान एक दृश्य दिखाई दिया, जिसमें उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तीसरी बार प्रदेश की कमान संभालते हुए नजर आ रहे हैं। बाबा ने यह भी दावा किया कि अगर उनकी यह भविष्यवाणी गलत साबित हुई, तो वे खुद को संत मानना छोड़ देंगे।बिजनेसमैन बाबा को लेकर अलग-अलग दावे किए जा रहे हैं। कुछ लोग उन्हें ठग करार देते हैं, तो कुछ का मानना है कि उन्होंने सच में एक बड़ा कारोबार खड़ा किया था, जिसे उनके साझेदारों ने बर्बाद कर दिया। बाबा खुद कहते हैं, “मुझे जबरदस्ती फंसाया गया, मेरे साथ अन्याय हुआ। लेकिन अब मुझे इन सब चीजों से फर्क नहीं पड़ता।
जो हुआ, वह भगवान की इच्छा थी।बाबा अब पूरी तरह अध्यात्म और सेवा कार्यों में लगे हुए हैं। महाकुंभ में उन्होंने अपने अनुयायियों को गीता का उपदेश दिया और बताया कि कैसे कठिनाइयों में भी इंसान को भगवान पर भरोसा रखना चाहिए। उनके मुताबिक, “मैंने पैसे का खेल देख लिया, अब भगवान की भक्ति ही मेरी असली संपत्ति है।महाकुंभ में कई लोग बाबा के प्रवचन सुनने आ रहे हैं। कुछ लोग उनकी बातों से प्रभावित हैं, तो कुछ को उनके दावों पर संदेह है। लेकिन एक बात तय है—उनकी कहानी ने लोगों का ध्यान जरूर खींचा है।अब यह देखना दिलचस्प होगा कि बिजनेसमैन बाबा की भविष्यवाणी कितनी सटीक साबित होती है और क्या उनका आध्यात्मिक सफर वाकई एक नई दिशा लेता है, या यह सिर्फ चर्चाओं तक ही सीमित रह जाता है।
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