
Maha Kumbh Mela 2025 : कुंभ स्नान जाने पर छत्तीसगढ़ में सियासत....
रायपुर : Maha Kumbh Mela 2025 : इन दिनों महाकुंभ मेला लगा हुआ है.. इस पवित्र आयोजन में सरीक होने के लिए देश-विदेश के लाखों श्रद्धालू पहुंच रहे हैं.. इसी बीच अब छ्ग बीजेपी नेता महाकुंभ मेले में शामिल होने के लिए प्रयागराज जाएंगे…आस्था की डुबकी लगाएंगे… इस पर प्रदेश की सियासत भी गर्म होने लगी है…
Maha Kumbh Mela 2025 : कांग्रेस ने कुंभ स्नान से भी दूरी बना ली है. विधानसभा अध्यक्ष डॉ रमन सिंह के कुंभ चलने के निमंत्रण को नेता प्रतिपक्ष चरण दास महंत ने व्यक्ति गत मामला बताते हुए ठुकरा दिया है… जिसे बाद राम के अस्तित्व पर प्रश्न चिन्ह लगने वाली कांग्रेस से उम्मीद न करने की बात बीजेपी कर रही है… चलिए दिखाते है राजनीति के महाकुम्भ में गोते कौन लगा रहा है..
दरअसल, छ्ग विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने मुख्यमंत्री विष्णु देव साय सहित समस्त मंत्रिमंडल के सदस्य, नेता प्रतिपक्ष और सभी विधायकों, सांसदों को 13 फरवरी को प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया है… विधानसभा अध्यक्ष के आमंत्रण से कांग्रेस ने किनारा कर दिया….
नेता प्रतिपक्ष चरण दास महंत ने कुंभ जाने से इंकार करते हुए कहा हम नहीं जाएंगे…व्यक्तिगत मामला बताते हुए नहीं जाने की बात कही, वही कांग्रेस नेताओं का कहना है कि वह व्यक्तिगत पैसे से कुंभ स्नान करेंगे… साथ ही बीजेपी पर धर्म का व्यापार करने का आरोप लगाया और क्या कह रहे कांग्रेस नेता आप भी सुन लीजिए..
Maha Kumbh Mela 2025
इधर, कांग्रेस के महाकुंभ को आमंत्रण को ठुकराने से बीजेपी कांग्रेस पर हमलावर है…. बीजेपी का कहना है महंत जी कौन होते हैं छत्तीसगढ़ कांग्रेस विधायकों की धार्मिक संस्कृति मानता और आस्था पर निर्देश देने वाले?
सीएम के मीडिया सहलाकर पंकज झा ने कहा कांग्रेस की राजनीति वास्तव में रोज डुबकी लगा रही…. उनकी राजनीति का स्तर रोज नए गोते खा रहा है…वही, मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा कांग्रेस ऐसी पार्टी हैं जो भगवान राम के अस्तित्व पर भी प्रश्न चिह्न लगाते थे… उनसे ज़्यादा उम्मीद नहीं की जा सकती…
कुंभ स्नान पर टिप्पणी कर पहले ही कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे बुरे फंसे है…. अब निकाय और पंचायत चुनाव से पहले छत्तीसगढ़ के नेता प्रतिपक्ष चरण दास महंत भी घिर गए है…
लेकिन हमेशा धर्म पर टिप्पणी कांग्रेस के लिए उल्टी पड़ी है…. भाजपा इस मुद्दे को निकाय चुनाव में भी भुनाने जा रही है… फिलहाल, आस्था पर टिप्पणी करना कितना उचित है सोचने का विषय…