
Loksabha Speaker Election
लोकसभा अध्यक्ष पद के लिए अब चुनाव तय हो गया है , कुछ समय पहले तक ये खबर थी की विपक्ष अपना उम्मीदवार नहीं उतारेगी पर उसे लोकसभा के उपाध्यक्ष पद चाहिए जिसे लेकर NDA ने सहमति नहीं दी | राजनाथ सिंह एवं किरण रिज्जूजी के काफी प्रयास के बाद भी अंतत: विपक्ष ने लोकसभा अध्यक्ष चुनाव के लिए के. सुरेश को अपना उम्मीदवार घोषित किया|
Loksabha Speaker Election
टूटने जा रही 72 साल पुरानी परंपरा
भारत देश में हुए प्रथम लोकसभा चुनावो से लेकर 2019 तक लोकसभा अध्यक्ष पद के लिए कभी भी चुनाव नहीं हुए थे , इस पद के लिए सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों ने सहमति के साथ एक नाम का समर्थन किया था पर इस लोकसभा अध्यक्ष पद के चुनाव में यह परंपरा टूटने वाली है |
Loksabha Speaker Election
डिप्टी स्पीकर का पद बना लोकसभा अध्यक्ष चुनाव का कारण
देश की आजादी के बाद से पहली बार होने जा रहे लोकसभा अध्यक्ष के चुनाव का सबसे प्रमुख कारण डिप्टी स्पीकर का पद माना जा रहा है | विपक्ष ने अध्यक्ष पद पर अपनी सहमति के एवज में डिप्टी स्पीकर का पद माँगा जिसे NDA ने अस्वीकार कर दिया क्योकि इस पद को वो पहले ही अपने सहयोगियों को देनी की घोषणा कर चूका है |