Liquor Ban : मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने धार्मिक नगरों में शराबबंदी को लेकर बड़ा ऐलान किया है। अल्प प्रवास पर उज्जैन पहुंचे मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश की नीति के तहत सभी धार्मिक नगरियों से हमेशा के लिए शराबबंदी की ओर कदम बढ़ाए जा रहे हैं।
Liquor Ban : मुख्यमंत्री का बयान:
- शराबबंदी पर संकल्प:
मुख्यमंत्री ने कहा,“हमारी प्रदेश की नीति है कि धार्मिक नगरों में शराबबंदी की दिशा में कदम उठाएं। मुझे खुशी है कि धीरे-धीरे हम इस दिशा में बढ़ रहे हैं। यह हमारी आस्था और परंपरा का हिस्सा है।”
- हेमू कालानी को श्रद्धांजलि:
डॉ. यादव ने शहीद हेमू कालानी के शहीदी दिवस पर उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण किया और उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने कहा,“अमर शहीद हेमू कालानी जैसे स्वतंत्रता सेनानियों ने जो बलिदान दिए हैं, वे हमारे समाज के लिए प्रेरणा का स्रोत हैं। उनकी गौरवशाली गाथा को समाज कभी नहीं भूल सकता।”
हेमू कालानी: एक प्रेरणादायक व्यक्तित्व
- हेमू कालानी भारत के स्वतंत्रता संग्राम के एक क्रांतिकारी थे।
- उन्होंने विदेशी वस्तुओं के बहिष्कार और स्वतंत्रता आंदोलनों में सक्रिय रूप से भाग लिया।
- 21 जनवरी 1943 को अंग्रेजों ने उन्हें फांसी दी थी।
- फांसी से पहले उन्होंने अपनी अंतिम इच्छा में भारतवर्ष में पुनर्जन्म की कामना की थी।
शराबबंदी की नीति का महत्व:
- मुख्यमंत्री ने कहा कि धार्मिक नगरों में शराबबंदी समाज की आस्था और श्रद्धा के प्रतीक हैं।
- उज्जैन जैसे धार्मिक शहरों को शराब मुक्त बनाना हमारी सांस्कृतिक धरोहर और मूल्यों को संरक्षित करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है।
निष्कर्ष:
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के इस बयान से धार्मिक और सामाजिक संगठनों में सकारात्मक प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है। यह पहल धार्मिक नगरों की पवित्रता बनाए रखने और समाज को प्रेरणा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
Discover more from ASIAN NEWS BHARAT
Subscribe to get the latest posts sent to your email.