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भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को कुवैत यात्रा के आखिरी दिन रविवार (22 दिसंबर 2024) को बायन पैलेस में गॉर्ड ऑफ ऑनर दिया गया और उन्हें कुवैत का सर्वोच्च सम्मान “द ऑर्डर ऑफ मुबारक अल कबीर” प्रदान किया गया। यह सम्मान राष्ट्राध्यक्षों और विदेशी शाही परिवारों को मित्रता के प्रतीक के रूप में दिया जाता है। यह पीएम मोदी को किसी देश की ओर से मिला 20वां अंतरराष्ट्रीय सम्मान है।
भारत-कुवैत के बीच नए समझौते
प्रधानमंत्री मोदी ने अपनी यात्रा के दौरान कुवैत के अमीर शेख मेशाल अल-अहमद अल-जबर अल-सबा के साथ व्यापार, निवेश और ऊर्जा के क्षेत्रों में संबंध मजबूत करने पर चर्चा की। इस यात्रा में भारत और कुवैत के बीच कई समझौतों पर हस्ताक्षर होने की उम्मीद है, जो दोनों देशों के रिश्तों को और मजबूती देंगे।भारतीय समुदाय को संबोधन
प्रधानमंत्री मोदी ने कुवैत में भारतीय समुदाय के एक कार्यक्रम को संबोधित किया और एक भारतीय श्रमिक शिविर का दौरा भी किया। यह पिछले 43 वर्षों में किसी भारतीय प्रधानमंत्री की पहली कुवैत यात्रा है। पीएम मोदी ने भारतीय समुदाय के योगदान की सराहना की और भारत-कुवैत संबंधों में उनके महत्वपूर्ण योगदान को रेखांकित किया।कुवैत में भारतीय समुदाय का योगदान
कुवैत में भारतीय समुदाय की संख्या लगभग 1.2 मिलियन (12 लाख) है, जो कुवैत की कुल जनसंख्या का लगभग 25-30% है। भारतीय नागरिक विभिन्न क्षेत्रों जैसे निर्माण, स्वास्थ्य सेवा, शिक्षा, बैंकिंग और व्यापार में कार्यरत हैं। भारतीय समुदाय कुवैत की अर्थव्यवस्था और सांस्कृतिक विविधता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।भारत-कुवैत व्यापारिक साझेदारी
भारत कुवैत के शीर्ष व्यापारिक साझेदारों में से एक है। दोनों देशों के बीच मजबूत व्यापारिक संबंध हैं, विशेष रूप से ऊर्जा और तेल के क्षेत्र में। पीएम मोदी की यह यात्रा दोनों देशों के रिश्तों को नई ऊंचाई पर ले जाने की दिशा में एक अहम कदम है।Discover more from ASIAN NEWS BHARAT
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