
रायपुर। बांग्लादेश में हिन्दुओं पर हो रहे हमले और मंदिरों के विध्वंस के विरोध में रविवार को अंतर्राष्ट्रीय कृष्ण भावनामृत संघ (ISKCON) ने वैश्विक स्तर पर प्रदर्शन किया। इस मुहिम का हिस्सा छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर भी बना, जहां तेलीबांधा मरीन ड्राइव पर इस्कॉन रायपुर के सदस्यों और हज़ारों सनातनियों ने हरिनाम कीर्तन और प्रार्थना का आयोजन किया।
हज़ारों भक्तों ने उठाई आवाज़
रायपुर में शाम 4:30 बजे शुरू हुए इस कार्यक्रम में इस्कॉन अनुयायियों और शहर के सनातन धर्मावलंबियों ने बड़ी संख्या में भाग लिया। हरिनाम कीर्तन के माध्यम से भक्तों ने बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिन्दुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग की।
सनातन समाज ने जताई चिंता
कार्यक्रम में उपस्थित सनातन समाज के प्रमुख व्यक्तियों ने बांग्लादेश में हिन्दुओं पर हो रहे अत्याचार और मंदिरों के तोड़े जाने पर गहरी चिंता व्यक्त की। उन्होंने भारत सरकार से इस मुद्दे को अंतर्राष्ट्रीय मंच पर उठाने और बांग्लादेश सरकार पर दबाव बनाने की अपील की।
वैश्विक स्तर पर हुआ प्रदर्शन
यह प्रदर्शन केवल रायपुर तक सीमित नहीं था। इस्कॉन कोलकाता के आह्वान पर 150 से अधिक देशों और अनगिनत शहरों में इस्कॉन भक्तों ने एकजुट होकर प्रार्थना और मंत्रोच्चार किया। शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन के जरिए धार्मिक अल्पसंख्यकों की सुरक्षा की गुहार लगाई गई।
भारत सरकार से की गई अपील
इस प्रदर्शन के दौरान वक्ताओं ने भारत सरकार से आग्रह किया कि वह बांग्लादेश में हिन्दुओं के खिलाफ हो रहे अत्याचार को रोकने के लिए हरसंभव कदम उठाए और अंतर्राष्ट्रीय समुदाय में इस विषय को प्रमुखता से उठाए।
वीडियो हुआ वायरल
तेलीबांधा मरीन ड्राइव पर हुए इस आयोजन का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है, जिसमें भक्तों की भक्ति और एकजुटता की झलक देखी जा सकती है।
बांग्लादेश में धार्मिक अल्पसंख्यकों की सुरक्षा को लेकर यह प्रदर्शन न केवल रायपुर बल्कि पूरी दुनिया में सनातन धर्मावलंबियों की एकजुटता और चिंताओं का प्रतीक बना।