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EPFO : नई दिल्ली: कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) ने अपने सदस्यों और उनके परिवारों की वित्तीय सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए एक बड़ा कदम उठाया है। EPFO ने वर्ष 2025 में Employee Deposit Linked Insurance (EDLI) स्कीम में अहम बदलाव किए हैं, जिसके तहत अब कर्मचारियों को ₹7 लाख तक का मुफ्त बीमा कवर मिलेगा और वह भी बिना किसी प्रीमियम भुगतान के।
EPFO : क्या है EDLI स्कीम?
EDLI स्कीम की शुरुआत 1976 में हुई थी। इसका उद्देश्य EPF से जुड़े कर्मचारियों की सेवा के दौरान मृत्यु की स्थिति में उनके परिजनों को बीमा सुरक्षा प्रदान करना है। इस योजना में कर्मचारी को किसी तरह की रकम नहीं चुकानी होती, जबकि नियोक्ता (employer) कर्मचारी की बेसिक सैलरी का 0.5% योगदान देता है। पहले इस स्कीम के अंतर्गत अधिकतम ₹2.5 लाख का बीमा कवर दिया जाता था, जिसे अब तीन गुना बढ़ाकर ₹7 लाख कर दिया गया है।
EPFO : क्या हैं नए बदलाव?
2025 के संशोधित नियमों के तहत तीन बड़े बदलाव किए गए हैं:
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इंश्योरेंस कवर ₹7 लाख तक: अब अधिकतम कवर ₹7 लाख होगा, जो कर्मचारी की बीते 12 महीनों की औसत सैलरी पर आधारित होगा।
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कम अवधि वालों को भी फायदा: यदि किसी कर्मचारी की सेवा अवधि 1 वर्ष से कम है, तो भी उसे न्यूनतम ₹50,000 का बीमा कवर मिलेगा। पहले ऐसी स्थिति में कोई लाभ नहीं मिलता था।
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निरंतर कवर की सुविधा: यदि कर्मचारी नौकरी बदलता है और दोनों नौकरियों के बीच अंतर 2 महीने से कम है, तो उसका इंश्योरेंस कवर बिना बाधित हुए जारी रहेगा।
EPFO : क्लेम कैसे करें?
कर्मचारी की मृत्यु के बाद उसका नॉमिनी या कानूनी उत्तराधिकारी EPFO के क्षेत्रीय कार्यालय में क्लेम फॉर्म भरकर यह बीमा राशि प्राप्त कर सकता है। इस प्रक्रिया में एम्प्लॉयर की सहायता ली जा सकती है। प्रक्रिया को सरल और त्वरित बनाया गया है।
EPFO : क्यों है यह स्कीम खास?
हर साल करीब 1,000 कर्मचारी कार्यस्थल पर हादसों में जान गंवा देते हैं। ऐसे में यह स्कीम उनके परिवारों के लिए एक बड़ी आर्थिक राहत साबित हो सकती है। बिना किसी प्रीमियम के इतना बड़ा बीमा कवर एक ऐतिहासिक कदम है, जो देश के श्रमिक वर्ग के लिए ‘जीवन सुरक्षा की गारंटी’ बन सकता है।