
फिंगेश्वर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में BMO के खिलाफ डॉक्टरों ने खोला मोर्चा, सामूहिक इस्तीफे की चेतावनी
राजिम। फिंगेश्वर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में खंड चिकित्सा अधिकारी (BMO) वी.के. हिरौंदिया के खिलाफ डॉक्टरों ने मोर्चा खोल दिया है। डॉक्टरों ने BMO पर आरोप लगाया है कि वे उन्हें बेवजह नोटिस देकर प्रताड़ित कर रहे हैं। इस मुद्दे को लेकर डॉक्टरों ने स्वास्थ्य मंत्री और मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (CMHO) से शिकायत की है, लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है।
डॉक्टरों के आरोप और मांग
- डॉक्टरों का कहना है कि BMO उन्हें मानसिक रूप से प्रताड़ित कर रहे हैं।
- डॉक्टरों का आरोप है कि बेवजह नोटिस देकर काम में बाधा डाली जा रही है।
- उन्होंने BMO को तत्काल हटाने की मांग की है।
शिकायत करने वाले डॉक्टर
इस मामले में स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. सोमी चंद्राकर, शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. देवेंद्र कुमार, डॉ. विपन लहरे, और डॉ. भूपेंद्र कुर्रे ने विरोध का नेतृत्व किया है। उन्होंने एक सुर में कहा है कि अगर जल्द ही कार्रवाई नहीं की गई तो वे सामूहिक इस्तीफा देंगे।
स्वास्थ्य सेवाओं पर प्रभाव की आशंका
BMO और डॉक्टरों के बीच इस विवाद ने स्वास्थ्य सेवाओं को प्रभावित करने की संभावना बढ़ा दी है। यदि डॉक्टर सामूहिक इस्तीफा देते हैं, तो क्षेत्र की स्वास्थ्य सेवाएं ठप हो सकती हैं, जिससे मरीजों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ेगा।
अधिकारियों की चुप्पी पर नाराजगी
डॉक्टरों ने बताया कि उन्होंने इस मामले में कई बार अधिकारियों से संपर्क किया है, लेकिन अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। उनकी शिकायतों को नजरअंदाज किया जा रहा है।
डॉक्टरों का अल्टीमेटम
डॉक्टरों ने चेतावनी दी है कि अगर उनकी मांगों को जल्द ही पूरा नहीं किया गया, तो वे सामूहिक रूप से इस्तीफा देकर विरोध करेंगे। इससे स्वास्थ्य सेवाओं का संकट और गहराने की आशंका है।