
राज्यसभा में संविधान पर शुरू होगी चर्चा : लोकसभा में 'एक देश, एक चुनाव' बिल पर फिलहाल रोक"
राज्यसभा में संविधान पर शुरू होगी चर्चा : आज से भारतीय संसद के शीतकालीन सत्र में राज्यसभा में संविधान के 75 वर्षों की उपलब्धियों और प्रासंगिकता पर विशेष चर्चा शुरू हो रही है। यह चर्चा भारतीय संविधान के महत्व और देश के विकास में उसकी भूमिका पर केंद्रित होगी। वहीं, लोकसभा में ‘एक देश, एक चुनाव’ बिल को लेकर फिलहाल कोई चर्चा नहीं होगी, हालांकि, इसे लेकर तैयारी जारी है।
राज्यसभा में संविधान पर विशेष चर्चा
भारतीय संविधान के 75 वर्षों की उपलब्धि और उसकी प्रासंगिकता पर राज्यसभा में आज से शुरू हो रही यह चर्चा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान पर हो रही है। चर्चा की शुरुआत केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह करेंगे। इसके बाद, विपक्षी दलों के प्रतिनिधि भी इस पर अपने विचार रखेंगे। इस चर्चा में संविधान के इतिहास, भारतीय लोकतंत्र में उसकी भूमिका, और संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अंबेडकर के योगदान पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पहले ही इस चर्चा में भाग लेने की इच्छा जताई है और उन्होंने संविधान की अद्वितीयता और उसकी महानता को स्वीकार किया है। इसके अलावा, विपक्षी दलों के नेता भी इस चर्चा में भाग लेंगे और अपने विचार साझा करेंगे। इस चर्चा के दौरान, भारतीय संसद के भीतर संविधान के महत्व और भविष्य में उसकी भूमिका पर गहन विमर्श किया जाएगा।
लोकसभा में ‘एक देश, एक चुनाव’ बिल पर फिलहाल नहीं होगी चर्चा
दूसरी ओर, लोकसभा में ‘एक देश, एक चुनाव’ बिल को लेकर कोई तत्कालीन चर्चा नहीं होगी। हालांकि, केंद्रीय कैबिनेट ने सोमवार को इस संबंध में दो बिलों को मंजूरी दे दी है, जो आने वाले दिनों में लोकसभा में पेश किए जाएंगे। इन बिलों का उद्देश्य लोकसभा और विधानसभा चुनावों को एक साथ आयोजित करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाना है।
हालांकि, ‘एक देश, एक चुनाव’ की चर्चा को लेकर कई राजनीतिक दलों में मतभेद हैं। विपक्षी दलों ने इस प्रस्ताव का विरोध किया है, वहीं केंद्र सरकार इसे देश के चुनावी व्यवस्था को सुधारने के लिए जरूरी मानती है। आगामी लोकसभा सत्र में इस बिल पर चर्चा होने की संभावना है।
कुल मिलाकर
आज से शुरू होने वाली संविधान पर चर्चा भारतीय राजनीति और लोकतंत्र के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हो सकती है। वहीं, ‘एक देश, एक चुनाव’ बिल पर आगे की प्रक्रिया संसद में बहस और चर्चा का विषय बनेगी।