धनतेरस, जिसे धन त्रयोदशी और धन्वंतरि जयंती के नाम से भी जाना जाता है, का पर्व कार्तिक माह की कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को मनाया जाता है। इस दिन भगवान धन्वंतरि के प्रकट होने का महत्व है, जब वे समुद्र मंथन से अमृत कलश लेकर प्रकट हुए थे
इस पर्व पर सोने और चांदी के आभूषण तथा बर्तन खरीदने की परंपरा है, जो समृद्धि और धन के प्रतीक माने जाते हैं। विशेष रूप से, लोग इस दिन बर्तन खरीदने का महत्व देते हैं क्योंकि भगवान धन्वंतरि कलश के साथ प्रकट हुए थे
धनतेरस पर भगवान धन्वंतरि की षोडशोपचार पूजा का विशेष महत्व होता है, जिसमें स्वास्थ्य और समृद्धि की कामना की जाती है। लोग इस दिन स्वास्थ्य और समृद्धि के लिए विशेष पूजा-अर्चना करते हैं, साथ ही लक्ष्मी और गणेश की मूर्तियों की भी खरीदारी करते हैं
इस पर्व का एक और महत्वपूर्ण पहलू यह है कि लोग दीपावली की रात लक्ष्मी पूजन के लिए तैयारियां करते हैं और घर के बाहर दीप जलाने की परंपरा भी निभाते हैं। इस दिन को लेकर कई लोककथाएं भी प्रचलित हैं, जो इस पर्व के महत्व को दर्शाती हैं
Discover more from ASIAN NEWS BHARAT
Subscribe to get the latest posts sent to your email.