Devuthani Ekadashi 2024 : राजिम : राजिम स्थित बाबा कुलेश्वरनाथ महादेव के मंदिर में आज देवउठनी एकादशी के उपलक्ष्य में बाबा कुलेश्वरनाथ जी का गन्ने से अदभुत श्रृंगार किया गया, जिसके चलते बाबा कुलेश्वरनाथ की छवि मनमोहक दिखाई देने लगी। आपको बता दे कि देवउठनी एकादशी पर पूजा के लिए गन्ने का विशेष महत्व होता है प्रत्येक घर तुलसी विवाह के लिए गन्ने से ही मंडप सजाया जाता है।
देवउठनी एकादशी का महत्व
- गन्ने का विशेष महत्व: देवउठनी एकादशी पर गन्ने का विशेष महत्व होता है, क्योंकि यह दिन भगवान विष्णु के जागने का प्रतीक है। इस दिन से मांगलिक कार्यों की शुरुआत होती है, और घरों में तुलसी विवाह के लिए गन्ने से मंडप सजाया जाता है
- पूजा विधि: इस दिन भक्त लोग गन्ने का मंडप बनाकर भगवान विष्णु और माता तुलसी की पूजा करते हैं। गन्ना शुभता और मिठास का प्रतीक माना जाता है, और इसे विवाह के संबंध में भी महत्वपूर्ण माना जाता है
स्थानीय समारोह
राजिम में इस विशेष दिन पर आयोजित समारोह में भक्तों ने बाबा कुलेश्वरनाथ जी को गन्ने से सजाया, जिससे मंदिर परिसर में एक भव्य दृश्य उत्पन्न हुआ। यह धार्मिक आयोजन न केवल भक्तों के लिए आध्यात्मिक महत्व रखता है, बल्कि स्थानीय संस्कृति और परंपराओं को भी उजागर करता है।
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