फेंगल तूफान के प्रभाव से इन दोनों राज्यों में तेज बारिश का सिलसिला जारी है, जिससे कई इलाकों में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। सड़कों और गलियों में जलभराव हो गया है, जिससे आम जनजीवन प्रभावित हुआ है। तमिलनाडु के कई हिस्सों में तो पानी इतना बढ़ गया कि बसें और वाहन बहते हुए नजर आए। खासतौर पर चेन्नई और उसके आसपास के इलाके बुरी तरह प्रभावित हुए हैं।
यातायात सेवाओं पर असर
तेज बारिश और बाढ़ ने यातायात सेवाओं को भी बुरी तरह प्रभावित किया है। ट्रेन सेवाएं ठप हो गई हैं और कई मार्गों पर पानी भर जाने के कारण राहगीरी नामुमकिन हो गई है। इसके अलावा, हवाई सेवाएं भी प्रभावित हैं, और एयरपोर्ट पर कई उड़ानें रद्द की जा चुकी हैं। इस मौसम में हवाई यात्रा करने वाले यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

स्कूल और कॉलेज बंद
स्कूलों और कॉलेजों को भी बंद कर दिया गया है, ताकि बच्चों और शिक्षकों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। मौसम विभाग ने अगले कुछ दिनों तक और अधिक भारी बारिश का अनुमान जताया है, जिससे राहत कार्यों में दिक्कतें आ सकती हैं।
स्थानीय प्रशासन और राहत कार्य
स्थानीय प्रशासन ने तूफान के बाद राहत कार्यों की गति तेज कर दी है। अधिकारियों ने प्रभावित इलाकों में फंसे हुए लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के लिए हेलीकॉप्टर और नावों का सहारा लिया है। बाढ़ के पानी में फंसी हुई संपत्ति को बचाने के लिए सेना और एनडीआरएफ (नेशनल डिजास्टर रिस्पांस फोर्स) की टीमें भी सक्रिय हैं।
तूफान से होने वाली और संभावना
मौसम विभाग के अनुसार, फेंगल तूफान के प्रभाव से अगले कुछ दिनों तक तेज बारिश और अधूरी राहत की संभावना बनी रहेगी। मौसम के इस बदलाव से लोग और प्रशासन दोनों ही कठिन परिस्थितियों का सामना कर रहे हैं।
निष्कर्ष:
तूफान फेंगल ने तमिलनाडु और पुडुचेरी में जीवन को बुरी तरह प्रभावित किया है। इस तूफान के बाद बाढ़ और तेज बारिश ने कई समस्याएं पैदा कर दी हैं। प्रशासन द्वारा राहत कार्यों की कोशिश की जा रही है, लेकिन हालात अभी भी काफ़ी चुनौतीपूर्ण हैं। सरकार और स्थानीय प्रशासन को तुरंत राहत पहुंचाने के लिए कदम उठाने होंगे, ताकि लोगों की सुरक्षा और राहत सुनिश्चित की जा सके।