
UP News
CM Yogi Adityanath: लखनऊ। सीएम योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को लखनऊ के लोहिया संस्थान के पांचवें स्थापना दिवस समारोह में डॉक्टरों और मरीजों के संवेदनशील रिश्तों पर खुलकर बात की। उन्होंने कहा कि आपका अच्छा व्यवहार मरीज के अंत:करण में एक विश्वास पैदा करता है। कितनी भी गंभीर बीमारी होगी, उसकी रिकवरी आसान हो जाती है लेकिन यदि आंतरिक रूप से वह आपके व्यवहार से टूटा तो फिर कितना भी दवा-इलाज कर लीजिए, उसकी रिकवरी मुश्किल हो जाएगी। उन्होंने कहा कि जब रिकवरी न हो उसको बहुत सी परिभाषाएं दे दी जाती हैं। कहा जाता है कि इंफेक्शन हो गया। असल में सबसे बड़ा इंफेक्शन तो व्यवहार का है।
CM Yogi Adityanath:सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सबसे पहले इस व्यवहार के इंफेक्शन को ठीक करने की जरूरत है। यदि मरीज या तीमारदार गुस्से में आपको कुछ बोले तो आप नाराज न हों। मरीज-तीमारदार की प्रतिक्रिया को बीमारी का हिस्सा माने। डॉक्टरों को अच्छे व्यवहार के टिप्स देते हुए सीएम योगी ने जनता दर्शन का एक राज भी खोला। सीएम योगी ने कहा कि आपके पास जो पेशेंट आएगा वो वास्तव में पीड़ित होता है, लेकिन मेरे पास जो पेशेंट आएगा वो जरूरी नहीं कि पीड़ित ही होगा। योगी ने नेपाल के वर्तमान हालात का भी जिक्र किया।
CM Yogi Adityanath: लखनऊ के इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में आयोजित समारोह में सीएम योगी ने कहा कि जनता दर्शन कार्यक्रम में पब्लिक आती है। सामने उनका तमतमाया हुआ चेहरा देखकर यदि हम सोचने लग जाएंगे तो उन्हें फेस नहीं कर पाएंगे। इसीलिए उनका चेहरा तमतमाया हुआ न दिखाई दे, इसलिए हम उन्हें चेयर पर बिठाते हैं और फिर उनके सामने खड़े होकर जाते हैं। एक तरफ से और कहते हैं कि बताइए आप। लोकतंत्र में उनका अधिकार है। जनता जनार्दन है। हम एप्लीकेशन लेते हैं। वो बहुत कुछ बोलते हैं। जब हम जवाब नहीं देते तो दो मिनट के अंदर वे बोलते हैं कि गलती हुई है। हम उन्हें बताते हैं कि आपकी समस्या का समाधान होगा।
CM Yogi Adityanath: सीएम योगी ने पंचायत चुनाव करीब होने के चलते आ रही शिकायतों का उल्लेख करते हुए कहा कि ऐसे में पूछना पड़ता है कि आप चार साल से क्या कर रहे थे? सीएम योगी ने नेपाल का उदाहरण भी दिया। उन्होंने कहा कि हमारे लिए महत्वपूर्ण होता है कि हम पब्लिक के सेंटिमेंट को कैसे जीत सकते हैं, लेकिन अक्सर हम इन चीजों पर ध्यान नहीं देते। उन्होंने कहा कि आपने देखा होगा कि नेपाल में क्या हुआ? लोगों ने इग्नोर किया। परिणाम क्या हुआ। ये दृश्य कहीं और न हो उसके लिए छोटी-छोटी बातों पर ध्यान देना होगा। जो जिस फील्ड में है। हर व्यक्ति को अपने-अपने क्षेत्र में सतर्क रहते हुए अपने कार्यक्रमों को आगे बढ़ाना होगा।