
चिन्हारी फिल्म फेयर 2025 : छत्तीसगढ़ कला संस्कृति का होगा सम्मान.....
चिन्हारी फिल्म फेयर 2025 : छत्तीसगढ़ की समृद्ध कला, संस्कृति और सामाजिक योगदान को सम्मानित करने के लिए चिन्हारी फिल्म फेयर अवॉर्ड 2025 का आयोजन किया जा रहा है। छत्तीसगढ़ ने हमेशा अपनी अनूठी संस्कृति और कलात्मक उपलब्धियों से समाज पर गहरी छाप छोड़ी है। इसी विरासत को और समृद्ध करने और इसे राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने के लिए यह भव्य आयोजन किया जा रहा है।
चिन्हारी फिल्म फेयर 2025 : अद्वितीय आयोजन का उद्देश्य
इस कार्यक्रम का उद्देश्य कला, संस्कृति और समाज के क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले व्यक्तियों और कलाकारों को विशेष सम्मान से नवाजना है। हॉटस्पॉट टेक्नोलॉजीज और दीप योग सेवा संस्थान इस आयोजन के प्रायोजक हैं। संस्थान के संस्थापक योगेश्वरानंद नेताम जी का कहना है कि यह उनके पूर्वजों के आशीर्वाद और इच्छा का ही परिणाम है कि छत्तीसगढ़ की कला और माटी को सम्मान देने का यह अवसर मिला है।
चिन्हारी का महत्व
“चिन्हारी” का अर्थ है “चिन्ह” या पहचान। यह आयोजन छत्तीसगढ़ के उन लोगों को समर्पित है जिन्होंने अपनी कला, सामाजिक सेवा और उपलब्धियों से न केवल राज्य को बल्कि पूरे देश को गौरवांवित किया है। इस कार्यक्रम में न केवल कला के क्षेत्र में योगदान देने वाले बल्कि समाज सेवा में उल्लेखनीय कार्य करने वाले व्यक्तियों को भी सम्मानित किया जाएगा।
सम्मानित हस्तियों का योगदान
इस कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ की उन महान हस्तियों को भी सम्मानित किया जाएगा, जिन्हें पद्म विभूषण, पद्म भूषण और पद्मश्री जैसे प्रतिष्ठित पुरस्कारों से नवाजा गया है। ये वे लोग हैं जिन्होंने छत्तीसगढ़ की खुशबू को पूरे भारत में फैलाया और माटी का नाम रोशन किया।
विशेष अतिथि और टीम सदस्य
इस आयोजन में छत्तीसगढ़ के प्रसिद्ध कलाकार, समाजसेवी, और पत्रकार शामिल होंगे।
- राजू दीवान: छत्तीसगढ़ के जाने-माने अभिनेता, जिन्होंने फिल्मों में विशेष योगदान दिया है।
- राजू सोनी: भाजपा के सक्रिय सदस्य और समाजसेवी।
संस्थापक का संदेश
योगेश्वरानंद नेताम ने इस आयोजन के लिए सभी सहयोगकर्ताओं का धन्यवाद देते हुए कहा कि यह आयोजन छत्तीसगढ़ की समृद्ध संस्कृति और प्रतिभा को वैश्विक पहचान दिलाने का एक प्रयास है। उनका मानना है कि इस तरह के आयोजन समाज और कला के क्षेत्र में प्रेरणा का स्रोत बनते हैं।
चिन्हारी फिल्म फेयर अवॉर्ड 2025: एक नई शुरुआत
यह आयोजन न केवल सम्मान प्रदान करने तक सीमित रहेगा, बल्कि उन सामाजिक कार्यकर्ताओं और कलाकारों को भी मंच देगा जिन्होंने छत्तीसगढ़ की माटी को गौरवांवित किया है।