CG News : कवर्धा। छत्तीसगढ़ के कवर्धा जिले से एक बेहद संवेदनशील और चिंताजनक मामला सामने आया है, जहां विशेष पिछड़ी जनजाति बैगा समुदाय की 6वीं कक्षा की छात्रा की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। पोलमी स्थित कन्या आवासीय विद्यालय में पढ़ने वाली छात्रा राजेश्वरी की असमय मौत ने शिक्षा और स्वास्थ्य व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
CG News : नवागांव निवासी राजेश्वरी शनिवार सुबह अचानक हॉस्टल में बीमार पड़ गई। छात्रावास अधीक्षिका उसे इलाज के लिए कुकदूर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लेकर पहुंचीं, जहां प्राथमिक उपचार के बाद डॉक्टरों ने उसे छुट्टी दे दी। उसी दिन शीतकालीन अवकाश होने के कारण परिजन बच्ची को अपने साथ घर ले गए।
CG News : घर पहुंचने के बाद भी राजेश्वरी की तबीयत में कोई सुधार नहीं हुआ, बल्कि हालत और बिगड़ती चली गई। परिजनों ने पहले परंपरागत तरीके से झाड़-फूंक करवाई, लेकिन जब कोई असर नहीं दिखा और बच्ची की हालत गंभीर हो गई, तो उसे दोबारा कुकदूर सीएचसी लाया गया। वहां डॉक्टरों ने छात्रा को मृत घोषित कर दिया।
CG News : परिजनों ने बच्ची की मौत को संदिग्ध बताते हुए निष्पक्ष जांच की मांग की है। सूचना मिलते ही कुकदूर पुलिस मौके पर पहुंची और मर्ग कायम कर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। फिलहाल पुलिस हर पहलू से मामले की जांच कर रही है।
CG News : इस पूरे मामले पर आदिम जाति कल्याण विभाग के आयुक्त एल.पी. पटेल ने बताया कि छात्रा की तबीयत अचानक बिगड़ी थी, अस्पताल में प्राथमिक इलाज के बाद छुट्टी दी गई और छुट्टी होने के कारण परिजन बच्ची को घर ले गए। बाद में तबीयत बिगड़ने पर अस्पताल लाया गया, जहां उसकी मौत हो गई। उन्होंने बताया कि नोडल अधिकारियों को मौके पर भेजा गया है और जांच के बाद ही मौत के असली कारणों का खुलासा हो पाएगा।
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