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CG News : दुर्ग। जिले में दो कैथोलिक ननों, सिस्टर प्रीति मैरी और सिस्टर वंदना फ्रांसिस की धर्मांतरण और मानव तस्करी के आरोप में गिरफ्तारी के बाद सियासी घमासान तेज हो गया है। मंगलवार को इंडिया गठबंधन के सांसदों का एक प्रतिनिधिमंडल दुर्ग जेल पहुंचा और जेल में बंद ननों से मुलाकात की। इस दौरान पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, पूर्व गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू और दुर्ग के पूर्व विधायक अरुण वोरा भी मौजूद रहे। सांसदों ने केंद्र और राज्य की भाजपा सरकार पर अल्पसंख्यकों को प्रताड़ित करने का गंभीर आरोप लगाया और इस मामले में कानूनी लड़ाई लड़ने की रणनीति तैयार करने की बात कही।
CG News : प्रतिनिधिमंडल को शुरू में जेल में ननों से मिलने की अनुमति नहीं दी गई, लेकिन जेल डीजी की मंजूरी के बाद मुलाकात संभव हो सकी। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा, राज्य सरकार की कार्रवाई पर सवाल उठ रहे हैं। लोकसभा छोड़कर आए सांसदों को जेल में बंद महिला बंदियों से मिलने से रोकना समझ से परे है। यह सरकार की मंशा को दर्शाता है। उन्होंने इस कार्रवाई को अल्पसंख्यकों के खिलाफ पक्षपातपूर्ण बताया।
CG News : केरल से सांसद बेनी बेहनान ने कहा, दोनों नन मेरे लोकसभा क्षेत्र की हैं और मैं उन्हें अच्छी तरह जानता हूं। देशभर में अल्पसंख्यकों पर हमले बढ़ रहे हैं। बजरंग दल और आरएसएस के अन्य संगठनों को बढ़ावा दिया जा रहा है। इस मामले में न तो धर्मांतरण हुआ है और न ही मानव तस्करी। यह पूरी तरह से बेबुनियाद आरोप हैं।
CG News : सांसद सप्तगिरि उल्का ने कहा कि बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने ननों के कपड़ों के आधार पर उनके साथ अभद्रता की और बिना सबूत के धर्मांतरण व मानव तस्करी का आरोप लगाया। पुलिस ने भी बिना जांच के उन्हें जेल में डाल दिया। हम इस मामले को कानूनी तरीके से लड़ेंगे और मुख्यमंत्री विष्णु देव साय से भी मुलाकात करेंगे।