
CGPSC घोटाले पर CBI का एक्शन : टामन का भतीजा और श्रवण का बेटा -बहू अरेस्ट
रायपुर। CGPSC घोटाले पर CBI का एक्शन : साल 2021 में हुए छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग की भर्ती परीक्षा में हुए घोटाला मामले में CBI ने तीन आरोपियों को अरेस्ट किया है। इनमें सीजीपीएससी के पूर्व चेयरमैन टामन सिंह सोनवानी का भतीजा साहिल सोनवानी (डीएसपी) भी शामिल बताया जा रहा है।
इसके अतिरिक्त बजरंग पावर के निर्देशक श्रवण गोयल का बेटा, डिप्टी कलेक्टर पद पर चयनित शशांक गोयल और बहू भूमिका कटियार को भी गिरफ्तार बताये जा रहे हैं । हम आपको ये भी बता दें कि CGPSC भर्ती के रिजल्ट में शशांक और भूमिका क्रमश: तीसरे और चौथे टॉपर थे।
तीनों आरोपियों को एक दिन की सीबीआई रिमांड पर सौंप दिया गया। अब तक कुल सात आरोपियों को सलाखों के पीछे भेजा जा चुका हैं। इससे पहले शनिवार को टामन के भतीजे नितेश सोनवानी (डिप्टी कलेक्टर) और पूर्व डिप्टी एग्जाम कंट्रोलर ललित गनवीर को अरेस्ट कर कोर्ट में पेश किया था, जहां से सोमवार तक दोनों को रिमांड पर भेजा गया।
CGPSC घोटाले पर CBI का एक्शन : आखिर क्या है पूरा मामला
सीजीपीएससी में वर्ष 2019 से 2022 तक की भर्ती में कुछ अभ्यर्थियों के चयन को लेकर विवाद उठा था । ईओडब्ल्यू और अर्जुंदा पुलिस ने भ्रष्टाचार-अनियमितता के आरोप में मामला कायम किया था । आरोप है कि कायदे – कानून को सरेआम धत्ता बता कर कुछ नेताओं और अधिकारियों के बच्चों को पैसे लेकर डिप्टी कलेक्टर और डीएसपी जैसे पदों पर नियुक्ति दी गई थी।
असल में पीएससी ने 2020 में 175 पदों पर और 2021 में 171 पदों पर भर्ती की परीक्षा ली थी। आरोप है कि सीजीपीएससी के तत्कालीन चेयरमैन टामन सिंह सोनवानी ने अपने रिश्तेदारों, कारोबारियों समेत कांग्रेसी नेता और नौकरशाहों के बच्चों को कथित तौर पर भर्ती करवाकर उनकी अलग -अलग पदों पर नौकरी लगवाई ।
सीबीआई के अनुसार , सोनवानी के कार्यकाल में पीएससी की भर्ती परीक्षा में बड़े पैमाने पर भरष्टाचार हुआ था । उन्होंने अपने कई रिश्तेदारों और कांग्रेस नेताओं और अधिकारियों के 18 रिश्तेदारों की नौकरी लगवाई । मामले की जांच के दौरान पैसों के लेन-देन के पुख्ता सबूत भी मिले हैं।
पैसों का लेन-देन हुआ कैसे जानें
आरोप तो ये भी है कि गोयल ने अपने सुपुत्र शशांक गोयल और पुत्रवधू भूमिका कटियार को नौकरी दिलाने के लिए सोनवानी के करीबी के एनजीओ को सीएसआर फंड से 45 लाख रुपये दिए थे। यह पैसे पीएसपी भर्ती के सलेक्शन के दौरान दो बार में 20 लाख और 25 लाख दिए गए थे ।
मजेदार बात तो ये है कि जिस एनजीओ में पैसे डाले गए, उसकी चेयरमैन टामन की पत्नी हैं । इसी एनजीओ के माध्यम से सोनवानी तक पैसे पहुंचे थे। इस बात की पुष्टि होने के बाद ही कार्रवाई की गई है।
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